रोहतक : सिविल लाइन थाना के अंतर्गत दो मई को शीला बाईपास चौक के निकट थानेदार के बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चार आरोपी छात्र है, जबकि मामले में मुख्य आरोपी बॉक्सिंग का खिलाडी है और वह जूनियर नैशनल प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल भी जीत चुका है। अपराध की दुनिया में पैर रखने के बाद बॉक्सर ने कई वारदातों को अंजाम दिया है और सरकारी गैंग का सदस्य है। पुलिस पांचों आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश करेगी। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक जश्रदीप सिंह रंधावा ने मामले का पटाक्षेप करते हुए बताया कि शीला बाईपास पर दो मई को लॉ के छात्र वीरेन्द्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने चचेरे भाई अंकित के बयान पर विक्की बॉक्सर, विजय बॉक्सर, अमन भैसवाल, राहुल राठोर व दीपक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था।
अंकित ने पुलिस को बताया था कि विक्की बॉक्सर ने नजदीक से वीरेन्द्र की छाती में गोली मारी थी। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच एंटी व्हीकल थैफ्ट टीम को सौंपी और टीम ने शुक्रवार को पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है मामले में आरोपी विजय बॉक्सर बीए फाइनल का छात्र है, जबकि राहुल बीएससी करने के बाद एमएससी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा है। इसी तरह दीपक जाट कॉलेज का छात्र है और उसके खिलाफ पहले भी अवैध हथियार का एक मामला दर्ज है, जबकि अमन 12वीं कक्षा का छात्र है। मामले में मुख्य आरोपी विक्की बॉक्सर के खिलाफ हत्या व हत्या के प्रयास सहित आठ मामले दर्ज है।
वर्ष 2011 में विक्की बॉक्सर ने अपराध जगत में रखा था कदम, देहरादून में 2009 में जीता का था गोल्ड : वीरेन्द्र हत्याकांड में मुख्य आरोपी विक्की बॉक्सर बॉक्सिंग का एक उम्दा खिलाडी रहा है। इसके बॉक्सिंग के गेम से ही प्रभावित होकर इसके बाकी बॉक्सिंग के साथियों व अन्य लोगो ने उसका नाम बॉक्सर रख दिया। आरोपी ने सन् 2009 में जूनियर नेशनल प्रतियोगिता देहरादून में बॉक्सिंग में गोल्ड मैडल प्राप्त किया था और स्टेट लेवल पर भी 2 गोल्ड और 2 सिल्वर मेडल जीत रखे है।
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(मनमोहन कथूरिया)