चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की कि राज्य में स्थापित की जाने वाली प्रत्येक योग एवं व्यायामशालाओं में योग शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी और अब तक 180 व्यायामाशालाओं में योग शिक्षक नियुक्त कर दिये गए हैं। पहले चरण में 1000 गांवों में योग शालाए बनाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला पंचकूला के गांव कनौली से प्रदेश में एक साथ 309 योग एवं व्यायामशालाओं का उद्घाटन करने के बाद एक जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ विकास एवं पंचायत मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक साथ इतनी बड़ी संक्चया में योग एवं व्यायामशालाओं का शुभारंभ होना इस बात का प्रतीक है कि राज्य सरकार प्रदेश के भौतिक विकास के साथ-साथ प्रदेशवासियों विशेषकर, बच्चों और युवाओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे, जवान और बुजुर्ग स्वस्थ और निरोगी हों ताकि हम एक ऊर्जावान समाज की स्थापना कर सकें। उन्होंने कहा कि इन योग एवं व्यायामशालाओं का रखरखाव गांव के स्थानीय लोग अपने हाथों में लें। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य 1000 योग एवं व्यायाशालाएं स्थापित करने का है। उन्होंने कहा कि योग शारीरिक, मानसिक, नैतिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ बनने का मूलमंत्र है। उन्होंने कहा कि योग हमारी प्राचीन विधा है। हमारे देश के प्रधानमंत्री ने इस विधा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनूठी पहचान दिलवाई है। इसी का परिणाम है जो यूएनओ द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि जहां योग एवं व्यायामशालाएं बन गई हैं वहां के प्रबंधक और शिक्षक लोगों को 21 जून तक लगातार योग अभ्यास करवाएं और 21 जून को सामूहिक योग की प्रतियोगिता इन सभी स्थानों पर होगी।
उन्होंने कहा कि पतंजलि योगपीठ ने पूरे देश में योग शिक्षा का प्रचार-प्रसार किया है। हरियाणा में भी ये लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सरकार की ओर से पतंजलि योग पीठ को सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी पंचायत दो एकड़ जमीन उपलब्ध करवाएगी, वहां पर पार्क एवं व्यायामशालाएं खोली जाएंगी। वहां सैर के लिए टै्रक, योगशाला व कबड्डी-वालीबाल के लिए ग्राउंड का उपयोग हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 26 अक्तूबर 2014 को सत्ता संभाली थी उस समय उन्होंने योग, कुश्ती-कबड्डी जैसे ग्रामीण पृष्ठ भूमि के परंपरागत खेलों के क्षीण होने की बात ध्यान में आई थी और उस समय उन्होंने खेलों को फिर से जीवंत करने की योजना बनाई थी और आज वह 309 पार्क व व्यायामशालाओं के एक साथ उदघाटन के साथ पूरी हो गई।
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(आहूजा)