श्रीनगर में हुए हिमस्खलन में झज्जर का बेटा हुआ शहीद - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

श्रीनगर में हुए हिमस्खलन में झज्जर का बेटा हुआ शहीद

दो रोज पूर्व श्रीनगर के तंगधार में हुए हिमस्खलन में शहीद हुए सेना के चार जवानों में झज्जर के गांव मूंदसा के जवान अमित ने भी अपने प्राणों की आहूति दी है।

झज्जर : दो रोज पूर्व श्रीनगर के तंगधार में हुए हिमस्खलन में शहीद हुए सेना के चार जवानों में झज्जर के गांव मूंदसा के जवान अमित ने भी अपने प्राणों की आहूति दी है। अमित के शहीद होने की सूचना उसके परिजनों को बीती देर शाम सेना के अधिकारियों ने दी। अमित के शहीद होने की सूचना के बाद से जहां अमित के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं इस सूचना के बाद से ही गांव के हर व्यक्ति की आंखें नम है। 
ग्रामीणों की माने तो सूचना आने के बाद से ही गांव के किसी भी घर में चूल्हा तक नहीं जला है। शहीद अमित का पार्थिव शरीर शुक्रवार को गांव मूदसा में आने की सम्भावना है। शहीद अमित का अंतिम संस्कार गांव की ही पंचायती जमीन पर किया जाएगा। इसके लिए पंचायत की तरफ से शहीद को सम्मान देने के लिए साफ-सफाई कराई गई है। शहीद अमित का एक 11 माह का नक्श नाम का बेटा है जोकि अपने शहीद पिता को अपने हाथों से मुखाग्रि देगा। 
शहीद अमित के भाई प्रवीण जोकि आर्मी का ही जवान है और इन दिनों छुट्टी लेकर अपने घर आया हुआ है,ने बताया कि गत देर शाम ही उनके परिवार को अमित के हिमस्खलन में शहीद होने की सूचना सेना के अधिकारियों ने दी थी। उसके बाद से ही घर के साथ-साथ पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है और हर कोई इस दुखद हादसे से दुखी है। 
प्रवीण ने बताया कि उसका भाई अमित दिसम्बर 2015 में सेना में भर्ती था और इन दिनों उसकी पोस्टिंग श्रीनगर के तंगधार में थी। अमित की शादी नवम्बर 2017 में सुमित के साथ हुई थी और उसका एक 11 माह का बेटा भी है। प्रवीण का यह भी कहना था कि अमित की अपनी पत्नी सुमित के साथ बीते सोमवार को फोन पर ही अंतिम बार बातचीत हुई थी। उनके पिता जयबीर पशुपालन विभाग में वीएलडीए के पद पर कार्यरत है और उसकी दो बहनें है,जोकि शादीशुदा है। 
शहीद अमित के बहनोई राजेन्द्र का कहना है कि पूरे गांव को अमित की शहादत पर गर्व है और प्रयास यहीं है कि अमित के बेटे नक्श को भी सेना में भर्ती होने का जज्बा उसके अन्दर पैदा किया जाए। शहीद अमित का पैतृक गांव मूंदसा की पंचायती भूमि पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार के मौके पर सेना के अधिकारियों व जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा स्थानीय विधायक व पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल भी विशेष रूप से उपस्थित होकर शहीद के पार्थिव शरीर पर श्रद्धाजंलि अर्पित करेंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

four × three =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।