कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर-शिक्षक कर्मचारी संघ (कुंटिया) ने प्रशासन के सकारात्मक रवैये को देखते हुए आंदोलन समाप्त करने की घोषणा कर दी है। कुंटिया प्रधान रामकुमार गुर्जर ने कर्मचारियों की मांगें मानने पर प्रशासन का धन्यवाद किया व कर्मचारियों का आह्वान किया कि वो अपने कार्यालय में जाकर कार्य करें।
कुंटिया महासचिव डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुंटिया को बातचीत के लिए बुलाया व सकारात्मक बातचीत के साथ कुंटिया की सभी मांगों सातवें वेतन आयोग बिना शर्त के लागू करना, डी.ए. का एरियर, एल.टी.सी.का नोटिफिकेशन सातवें वेतन आयोग के हिसाब से करने, ए.ओ., एस.ए.ओ. की प्रमोशन पुराने हिसाब से करने, 2011 के बाद लगे एस.एफ.एस. के कर्मचारियों की मैडिकल व लोन सुविधा, लैब कर्मचारियों का प्रैक्टिकल एलांउस आदि मांगों पर सहमति बनी।
जिसके पश्चात कुंटिया कार्यकारिणी की मीटिंग में हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया गया व आम सभा ने भी इसे सर्वसम्मति से पास कर दिया। प्रधान रामकुमार गुर्जर ने कहा कि कुंटिया हमेशा से ही विश्वविद्यालय के हितों की बात करती रही है और हड़ताल जैसे निर्णय तभी लेने पड़ते हैं जब कर्मचारियों के हकों का हनन किया जाता है। अब प्रशासन ने कर्मचारियों की मांगों को समझा तो हड़ताल वापस ले ली गई है।
उन्होंने कहा कि अब प्रशासन को चाहिए कि जिन मांगों पर सहमति बनी है उन्हे तुरन्त लागू करे। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी प्रशासन कर्मचारियों की सभी जायज मांगों को गंभीरता से लेगा ताकि कुंटिया को संघर्ष के रास्ते पर जाने के लिए मजबूर न होना पड़े। इस अवसर पर सभी पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य व हजारों की संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।