सोनीपत : शहरी स्थानीय निकाय तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने यूपीएससी में देशभर में द्वितीय स्थान हासिल करने वाली अनु कुमारी को शनिवार की सुबह उनके आवास पर पहुंचकर बधाई दी। उन्होंने कहा कि बेटियां किसी भी प्रकार से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। जरूरत है तो बेटियों पर यकीन रखकर उन्हें अवसर प्रदान करने की। यदि अवसर मिले तो बेटियां अपनी मेहनत व लगन के बलबूते पर किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकती हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन आज विकास नगर स्थित अनु कुमारी के घर पहुंची और उन्हें तथा उनके परिवार को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने अनु के पिता बलजीत सिंह व माता संतरो देवी और अनु के पति वरूण दहिया व अन्य परिजनों को बधाई देते हुए कहा कि विवाह पश्चात् यह उपलब्धि हासिल करना बहुत बड़ी बात है। इस उपलब्धि में अनु की मौसी नीलम एवं मौसा महेंद्र सिंह सहित समस्त परिजनों का विशेष योगदान रहा है।
मंत्री कविता जैन ने कहा कि एक साधारण परिवार की बेटी ने देश की सर्वश्रेष्ठ प्रशासनिक सेवाओं में अपना झंडा बुलंद किया है। यह सोनीपत ही नहीं अपितु समस्त हरियाणा प्रदेश के लिए गौरव की बात है। यूपीएससी के टॉप-5 रैंकों में तीन रैंक हरियाणा के युवाओं ने हासिल किये हैं, जिनमें अनु ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। सभी को हार्दिक बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि अनु को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की सोनीपत की ब्रांड अंबेसडर बनाया जाएगा। अनु ने ऐसे लोगों के मुंह पर तमाचा जड़ा है जो बेटियों को जन्म लेने से पूर्व कोख में ही मार डालते हैं। ऐसी मानसिकता को बदलने के लिए अनु एक प्रेरणास्त्रोत के रूप में सामने आई हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने कहा कि बेटियों को पंख देकर उन्हें उडऩे के लिए खुला आसमान देना चाहिए। नि:संदेह बेटियां गौरवमयी उपलब्धियां दर्ज करेंगी। आज हर क्षेत्र में हरियाणा की बेटियों ने खुद को साबित किया है।
ऐसे में अब बेटियों को किसी से कुछ मांगने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अधिक संवेदनशील होती हैं। अत: सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए इस क्षेत्र में बेटियों को आगे लाना होगा, जिससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाकर पारदर्शिता को स्थापित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अनु अन्य लड़कियों के लिए भी प्रेरणा का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सेवाओं के साथ-साथ अनु समाज सेवा व सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में भी सहायक सिद्ध होगी। इस मौके पर अनु ने कहा कि उन्होंने शिवा शिक्षा सदन से स्कूली शिक्षा पूर्ण कर दिल्ली विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवाओं में आने का उनका लक्ष्य समाज सेवा का है। एक अच्छे पद पर आने के बाद समाज सेवा के अवसर अधिक मिलते हैं।
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