पंचकूला : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में आयुर्वेद व हर्बल औषधियों को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा हर्बल कारपोरेशन बनाने की घोषणा करते हुए मोरनी क्षेत्र को ऑर्गेनिक क्लस्टर बनाने तथा यहां जड़ी-बूटियों के लिए एक विश्व स्तरीय नर्सरी स्थापित करने की घोषणा करके प्रदेश में आयुष को बढ़ाने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
मुख्यमंत्री गुरुवार को मोरनी में विश्व औषधीय वन परियोजना का लोकार्पण करने उपरांत उपस्थित जनसमूह को स बोंधित कर रहे थे। उनके साथ योग गुरु स्वामी रामदेव भी मोरनी में कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान मोरनी क्षेत्र में हरियाणा वन विभाग व पतंजलि योग पीठ के सहयोग से स्थापित विश्व औषधीय वन परियोजना का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर हरियाणा के वन एवं वन्य प्राणी मंत्री राव नरबीर सिंह, राज्य मंत्री कर्ण देव का बोज के आचार्य बालकृष्ण भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मोरनी में वल्र्ड हर्बल फॉरेस्ट स्थापित करने की उनकी परिकल्पना को आज धरातल पर क्रियान्वयन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक वनों के साथ-साथ मोरनी क्षेत्र में वनों के औषधीय पौधों के रूप में विविधिकरण करने से इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलने के साथ.साथ उनकी आय में भी बढ़ौतरी होगी तथा यहां के लोगों की आर्थिक स्थित भी बदलेगी।
उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति आय में हरियाणा देश में कई बड़े राज्यों से अग्रणी है, परंतु मेवात व मोरनी का क्षेत्र प्रति व्यक्ति आय में पीछे है। अब यहां यह परियोजना आने से न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी मोरनी क्षेत्र अपनी पहचान बनाएगा। इसके साथ ही यहां पर्यटन की भी योजनाएं विकसित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि शिवालिक पर्वतीय क्षेत्र हरियाणा की शान है और इस पर्वतीय क्षेत्र के विकास पर वन, आयुष, पर्यटन व कृषि विभाग मिलकर योजनाएं बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा हर्बल कारपोरेशन प्रदेश में स्थापित किये जा चुके हर्बल पार्कों की देख.रेख करेगा। उन्होंने कहा कि सिक्किम जैसे राज्य की तर्ज पर इस क्षेत्र में भी ऑर्गेनिक खेती की आपार संभावनाएं हैं जो ट्राईसिटी के लोगों की ऑर्गेनिक फल-फूल व अन्य खाद्यान्नों की मांग को पूरा करेगा।
आयुर्वेद व योग को बढ़ावा देने के लिए अब तक सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए मु यमंत्री ने कहा कि ए स की तर्ज पर पंचकूला में लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से 20 एकड़ में 300 बिस्तरों के अस्पताल के साथ.साथ राष्ट्रीय आयुर्वेद एवं योग संंस्थान की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा झज्जर जिले के गांव देवरखाना में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति अनुसंधान संस्थान के लिए केन्द्रीय परिषद का गठन किया जा रहा है।
कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेद कालेज को आयुष विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया हैए जो देश में अपनी तरह का पहला आयुष विश्वविद्यालय है। उन्होंने कहा कि लोगों को हमारी प्राचीन संस्कृति योग से जोडऩे के लिए हर गांव में व्यायामशालाएं खोली जा रही हैं। इस अवसर पर हरियाणा के वन एवं वन्य प्राणी मंत्री राव नरबीर सिंह ने अपने स बोंधन में कहा कि यह हरियाणा का यह सौभाग्य है कि यहां एक ओर प्राचीनतम पर्वतीय श्रंखला अरावली तथा दूसरी ओर नवीनतम पर्वतीय श्रंखला शिवालिक मौजूद है।
उन्होंने कहा कि हमारा देश आयुर्वेद का जनक रहा है, आधुनिक जीवनशैली में लोगों का रूझान एलोपैथी की ओर है। आयुर्वेद को लोग भूलते जा रहे हैं, परन्तु आज योग ऋषि बाबा रामदेव के सहयोग से मोरनी क्षेत्र में विश्व औषधीय वन परियोजना का लोकार्पण किया गया है जो आयुर्वेद के क्षेत्र एक नया अध्याय जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि लगभग 1200 एकड़ भूमि पर औषधीय पौधे लगाए जाने हैं, जिससे यहां के स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
(अनूप कुमार)