जींद : केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि गायों की दशा सुधारने के लिए इनकी नस्ल में सुधार करना बहुत जरूरी है। सरकार द्वारा गौ संवर्धन को लेकर सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हे। निश्चित रूप से भाजपा की सरकार ने गौ वंश की दशा सुधारने के लिए जो प्रयास किये है, वे काफी सराहनीय है। केन्द्रीय इस्पात मंत्री ने यह बात मकर संक्रांति के अवसर पर पाण्डू पिण्डारा स्थित गौशाला परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने गऊरक्षा महायज्ञ में पूर्ण आहूति डाली और गऊशाला परिसर में गऊओं की बिमारी के ईलाज के लिए गऊ अस्पताल की आधारशीला रखी। यही नही उन्होंने यहां पीडि़त गऊशाला हॉल का नींव पत्थर रखा तथा नव निर्मित गऊशैड का उद्घाटन भी किया।
उन्होंने कहा कि गौशाला में आज गऊओं की सेवा के लिए जिन विकास कार्यो का नींव पत्थर रखा गया है, उनके निर्माण में गौशाला की हर सम्भव मदद की जाएगी। उन्होंने गौशाला में 11 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की और गऊशाला के संचालक सतबीरानन्द महाराज को कहा कि अगर उन्हें गऊओं के लिए कोई अतिरिक्त शैड बनवाना है तो इसके लिए लोहे की चदरें इत्यादि सामान उपलब्ध करवा दिया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गऊओं की नस्ल को सुधारें बगैर इनकी दशा को ठीक नही किया जा सकता क्योंकि यह मामला केवल गऊओं की सेवा से जुड़ा हुआ नही है बल्कि इसके साथ लोगों के आर्थिक मामलें भी जुडे होते है।
गऊओं की नस्ल को सुधार कर इनमें भैंस के बराबर दूध देने की क्षमता पैदा करनी होगी, तभी लोग इनका पालन अपने घरों में करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गाय के संरक्षण एवं संर्वधन के लिए काफी प्रयास किये जा रहे है। देशी नस्ल की गाय का पालन करने पर सरकार द्वारा अनुदानित योजना भी लागू की है। लोगों को अपने घरों में गाय पालन कर इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठाना चाहिए। ऐसा करके वे गौ सेवा का पुण्य तो कमा ही सकते है साथ ही सरकार द्वारा गौ वंश के कल्याण के लिए किये जा रहे प्रयासों को सफल बनाने में भी अति महत्वपूर्ण योगदान अदा कर सकते है।
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– संजय शर्मा