चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बिहार में रहने वाले प्रवासी हरियाणावासियों तथा अन्य उद्योगपतियों को हरियाणा में उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि यदि कोई निवेशक हरियाणा में 500 करोड़ रूपए से ज्यादा का निवेश करता है तो उसको ऑन-डिमांड सुविधाएं दी जाएगी। उन्होंने आज पटना में पटना और बिहार के दूसरे क्षेत्रों में रहने वाले हरियाणावासियों से प्रवासी हरियाणा सम्मेलन के माध्यम से मुलाकात की और सीधा संवाद किया। उन्होंने बिहार के लोगों को मेहनतकश बताते हुए कहा कि दोनों राज्य कृषि के क्षेत्र में किसानों को एक-दूसरे के प्रदेश का भ्रमण करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा और बिहार का बहुत पुराना रिश्ता है और मैं चाहता हूं कि दोनों प्रदेश खूब तरक्की करें। श्री मनोहर ने कहा कि हरियाणा ने प्रदेश का संतुलित औद्योगिक विकास सुनिश्चित करने के लिए नई उद्यम प्रोत्साहन नीति, 2015 लागू की है जिसमें उद्यमियों के लिए उदार सुविधाएं देने का प्रावधान किया गया है। हरियाणा में राज्य और जिला स्तर पर 30 दिन के अंदर-अंदर स्वीकृतियां प्रदान करने हेतु सिंगल-रूफ-सिस्टम यानि एक ही छत के नीचे सभी औपचारिकताएं पूरा करने की प्रणाली शुरू की गई है। विभागाध्यक्ष के अनुमोदन के बिना कोई आकस्मिक निरीक्षण नहीं करने का प्रावधान किया गया है।
इसके अलावा, कम्पनियों व निवेशकों की सुविधा के लिए स्व-प्रमाणीकरण और तृतीय पक्ष निरीक्षण योजना शुरू की गई है। उद्योगों की लम्बित शिकायतों के समाधान के लिए तीन स्तरीय ऑनलाइन शिकायत निवारण तंत्र स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर जनसेवा की बागडोर सम्भाली थी उस समय हरियाणा इज-ऑफ-डुइंग बिजनेस में देश भर में 14वें स्थान पर था और आज हम 6वें स्थान पर हैं। उत्तरी भारत में तो हम पहले स्थान पर हैं। हरियाणा आज क्रेन्स, एक्सक्वावेटर, कारों, दुपहिया वाहनों, जूतों, वैज्ञानिक उपकरणों के निर्माण में अग्रणी है। हरियाणा की जीडीपी विकास दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है। हरियाणा का जीडीपी की वार्षिक वृद्धि दर सात प्रतिशत से अधिक है।
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(आहूजा)