रोहतक : पीजीआई में 150 करोड़ रूपये का बजट को लेकर कैग द्वारा जारी की गई अनियमिता की रिपोर्ट को जांचने पीएसी की टीम ने पीजीआई का दौरान किया। निरीक्षण के दौरान टीम को काफी खामियां मिली जिस पर टीम ने कुलपति व प्रबंधन को इस बारे में दुरस्त करने को कहा। इसके अलावा टीम ने पीजीआई की कुछ व्यवस्थाओं को ठीक भी बताया और पहले से कुछ बेहतर हुआ है, लेकिन और अधिक सही करने की जरूरत है।
पीएसी की टीम ने पीजीआई का कौना-कौना जांच और वॉशरूमों की साफ सफाई न होने पर कडी आपति जताई। टीम सदस्यों ने कहा कि अस्पताल में सबसे ज्यादा जरूरी स्वच्छता है और वॉशरूमों को हाईजैनिक होना चाहिए। इस बारे में टीम ने पीजीआई कुलपति से बातचीत की। जिस कम्पनी को सफाई का ठेका है, उसे साफ सफाई के सख्त निर्देश दिए जाए। शनिवार को भाजपा विधायक ज्ञानचंद के नेतृत्व में चार सदस्यीय विधायकों की टीम पीजीआई परिसर पहुंची और वर्ष 2009 में कैग द्वारा जारी की गई अनियमिताओं को लेकर जांच पडताल की। बताया जा रहा है कि पीजीआई को 150 करोड का बजट जारी किया था। बजट को लेकर बाद में कैग ने रिपोर्ट सौंपी थी कि बजट के खर्च को लेकर काफी अनियमिताएं बरती है, जिसको लेकर पीएसी का गठन किया गया था।
पीएसी में भाजपा के अलावा, इनेलो, कांग्रेस व बसपा के विधायकों को शामिल किया गया था। बताया जा रहा है कि निरीक्षण के बाद टीम ने कुलपति व अन्य अधिकारियों से बातचीत की और निरीक्षण के दौरान मरीजो और उनके तिमारदारो से भी बातचीत की और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। पीजीआई के प्रसूति विभाग में महिलाओं ने टीम के सामने अनियमिताएं गिनवाई और कहा कि यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है। जिस पर टीम ने कुलपति को भी इस संबंध में उचित कदम उठाने को कहा।