रोहतक : तीन दिन पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर की ओर से गठित की गई इलेक्शन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट कमेटी की मीटिंग में उनके अलावा कमेटी के बनाए गए कन्वीनर सुदेश अग्रवाल ही पहुंचे। जिन सीनियर नेताओं को सदस्य के तौर पर आमंत्रित किया गया था, उनमें कोई नहीं पहुंचा। एक दिन पहले ही इस कमेटी को लेकर प्रभारी गुलाम नबी आजाद की तीखी प्रतिक्रिया आने के बाद तंवर इस कमेटी के कन्वीनर के साथ दिल्ली में बैठक की।
जिसमें कमेटी की जगह क्योंकि इस मीटिंग में कमेटी शब्द की जगह ग्रुप कर दिया गया है। साथ ही मीटिंग में प्रभारी के बयानों पर दोनों नेताओं ने चर्चा की और उन्होंने जवाब भेजा गया। मीटिंग के बाद तंवर ने कहा कि उनका मकसद पार्टी को मजबूत करना है। इस मामले में वे एआईसीसी के सामने अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि कॉर्डिनेशन कमेटी बने डेढ़ महीने से ज्यादा वक्त हो गया। कुछ नहीं हुआ। पहले ही देरी हो रही है।
ऐसे में हरियाणा में कांग्रेस फंसकर रह गई है। जितनी देरी हो रही है, उससे उतनी ज्यादा असमंजस की स्थिति बन रही है। पार्टी पिछड़ रही है। मैं एआईसीसी से संपर्क कर अपना पक्ष रखूंगा। कन्वीनर सुदेश अग्रवाल ने बताया कि प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कमेटी को लेकर तीन बातें कही थी। जिनमें कमेटी की अप्रुवल न लेने, कमेटी बनाने का अधिकार एआईसीसी को और यह कमेटी बिना पूछे बनाई गई। इसलिए मीटिंग में चर्चा की गई कि कमेटी में सीनियर नेताओं के आने के बाद सलाह करके एआईसीसी से अप्रुवल ली जानी थी।