मतलौडा : हरियाणा सरकार द्वारा परिवहन विभाग में प्राईवेट ट्रांसपोर्टरों की 720 बसें किलोमीटर स्कीम पर ठेके पर लेने तथा कर्मचारियों पर एस्मा लगाने, निलम्बन, मुकदमें एवं उत्पीडऩ की कार्यवाही के खिलाफ हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के बैनर तले शनिवार को मतलौडा में परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार के आवास पर प्रदेशभर से आए हजारों रोडवेज कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए कैम्प कार्यालय का घेराव किया। कर्मचारियों के प्रदर्शन व घेराव का नेतृत्व रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्य हरिनारायण शर्मा, विरेंद्र सिंह धनखड़, दलबीर किरमारा, इंद्र सिंह बधाना, अनूप सहरावत, जयभगवान कादियान ने किया।
इस मौके पर कमेटी सदस्यों ने प्रदेशभर से आए हजारों रोडवेज कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार को परिवहन बेड़े को बढ़ाने के लिए नई बसों को शामिल करना चाहिए और सरकार रोडवेज विभाग में 720 बसों के शामिल करने के अपने फैसले को तुरंत वापस ले ले। कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अपने चहेते बड़े ट्रांसपोर्टरों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कर रही हैं। लेकिन प्रदेश के रोडवेज कर्मचारी भाजपा सरकार को रोडवेज विभाग का किसी भी हालातों में नीजिकरण नहीं करने देंगे। इसके लिए यदि कर्मचारियों को जो भी आंदोलन करने पड़े तो वे उसके लिए भी तैयार हैं।
फिर चक्का जाम करेंगे रोडवेज कर्मचारी
उसके उपरांत रोडवेज कर्मचारी नारेबाजी करते हुए परिवहन मंत्री के हाऊसिंग बोर्ड कालोनी स्थित कैंप कार्यालय की और चले। अनाज मंडी के गेट पर पुलिस ने बैरिकेड लगाकर कर्मचारियों को रोकना चाहा पर उन्होंने बैरिकेड को ही तोड़ दिया। जिस पर पुलिस ने कर्मचारियों पर वाटर कैनन का प्रयोग किया व हलका लाठी चार्ज किया। जिसमें भिवानी डिपो का चालक समुन्द्र सिंह घायल हो गया। लेकिन कमेटी नेताओं की सूझबूझ व डीएसपी सतीश कुमार द्वारा सॉरी बोलने पर मामला शांत हुआ। उसके बाद कमेटी नेताओं ने मौके पर डयूटी मजिस्ट्रेट के रूप में मौजूद एसडीएम विवेक चौधरी को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।
जिसपर एसडीएम विवेक चौधरी ने उच्च अधिकारियों से बात करके तालमेल कमेटी के नेताओं को विश्वास दिलाया कि 10 व 13 अक्तूबर के बीच में जब भी मुख्यमंत्री मनोहरलाल चंडीगढ़ में होंगे तो मुख्यमंत्री के साथ रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के सदस्यों से बातचीत करवाई जाएगी। वहीं इस मौके पर तालमेल कमेटी सदस्यों ने कहा कि यदि उनकी 10 से 13 अक्तूबर के बीच मुख्यमंत्री से बातचीत नहीं होती हैं तो 16 व 17 अक्तूबर को रोडवेज का चक्का जाम पहले वाले निर्णय अनुसार ही किया जाएगा। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि दो दिन के चक्का जाम को लेकर अभी से अलग-अलग टीमें बना दी गई हैं और ये टीमें प्रदेशभर में रोडवेज के सभी डिपुओं में जाकर चक्का जाम में कर्मचारियों से सहयोग करने की अपील करेंगी।
(राजीव शर्मा)