देश के चर्चित किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। हरियाणा के हिसार में स्थित चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के सालाना अकादमिक कैलेंडर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यह सब तब हुआ जब इस कैलेंडर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविद, पीएम नरेंद्र मोदी, राज्यपाल दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री का फोटो प्रकाशित किया गया। लेकिन इसमें चौधरी चरण सिंह का फोटो ही नहीं लगाया गया, जबकि विश्वविद्यालय का नाम ही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर है।
चौधरी चरण सिंह जी का अपमान है, देश के हर किसान के आत्मसम्मान पर आत्मघात है
कृषि विश्वविद्यालय के कैलेंडर की तस्वीरें सामने आते ही किसान नेता राकेश टिकैत और कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने निशाना साधा है। दरअसल, चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के अकादमिक कैलेंडर को लेकर सोशल मीडिया पर कैलेंडर को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है।
राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर इस कैलेंडर की तस्वीरें जारी करके लिखा, '700 किसानों की मौत से मन नही भरा जो अब किसानों के आदर्श और हमारे पूर्वजों का अपमान कर रहे हो। कैलेंडर से हटा देना न सिर्फ चौधरी चरण सिंह जी का अपमान है, बल्कि देश के हर किसान के आत्मसम्मान पर आत्मघात है।'
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कांग्रेस नेता ने हरियाणा सरकार को घेरा, कहा-
इसके अलावा कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी हरियाणा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कैलेंडर से चौधरी चरण सिंह की फोटो गायब कर दी गई है। इससे पहले GJU विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा ऑडिटोरियम से उनकी ही फोटो हटवाई गई थी। हुड्डा ने सरकार को घेरते हुए लिखा है कि BJP-JJP सरकार मे हो रहा ऐसा आचरण आखिर कौन सी राजनीति का हिस्सा है।
यह मामला सामने आते ही विपक्षी नेता हमलावर हो गए। उधर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कैलेंडर पर मचे विवाद के बाद कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन ने देर रात ही चौधरी चरण सिंह की फोटो के साथ नया कैलेंडर जारी कर दिया। जानकारी के अनुसार देर रात ही कैलेंडर प्रकाशित करवाया गया, ताकि विवाद को रोका जा सके।