कैथल : लोकसभा चुनाव में प्रचार शबाब पर है। गांवों में भी एक ही दिन कई दलों के नेता पहुंच रहे हैं। जिले के बड़े गांवों में शुमार मानस में कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी। हुआ यूं कि गांव में सुबह कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला की जनसभा थी। चार बजे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को आना था।
दोनों ही पाटियों ने जनसभाओं के लिए एक ही स्थान तय किया हुआ था। जब कांग्रेसी कार्यकर्ता पंडाल व मंच लगाने के लिए सभा स्थल पर पहुंचे तो देखा कि भाजपाइयों ने पहले से ही वहां पंडाल और मंच सजाया हुआ है। इससे कांग्रेसी बिफर गए और इस बात पर अड़ गए कि पहले उनकी जनसभा होगी और उसके बाद भाजपाई अपनी जनसभा करें।
कांग्रेसियों ने पंडाल में लगा दिए अपने झंडे
कांग्रेसियों ने पंडाल में अपनी पार्टी के झंडे लगा दिए और कुछ ही देर बाद जनसभा शुरू कर दी। जनसभा को रणदीप सुरजेवाला ने संबोधित किया। कांग्रेस की जनसभा खत्म भी नहीं हुई थी और भाजपा नेता भी जनसभा के लिए पहुंचने शुरू हो गए थे। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंडाल से कांग्रेस के झंडे हटाए और अपनी जनसभा की।
टेंट के भुगतान पर तकरार : बताया गया है कि पंडाल के किराये के भुगतान के लिए टेंट मालिक और कांग्रेसियों में भी तकरार हो गई। कांग्रेसियों का तर्क था कि जब पहले उनकी जनसभा होनी थी तो टेंट मालिक ने भाजपा के लिए पंडाल क्यों लगाया? इस प्रकार बिना भुगतान किए कांग्रेसी सभा स्थल से चलते बने।