चंडीगढ़ : हरियाणा की मनोहर लाल सरकार के आखिरी मानसून सत्र का पहला दिन बड़ा ही हंगामेदार रहा है, मानसून सत्र दोपहर 2 बजे शुरू हो हुआ, सत्र की शुरूआत श्रद्धाजंलि समारोह से शुरू हुई। इसके बाद सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू हुआ। सत्र की कार्यवाही अबकी बार भी लाइव है, जिसका सीधा प्रसारण जनता भी देख पा रही थी कि हमारे द्वारा भेजे गए कौन कौन से नेता किस तरह से सवाल जबाव करते है।
मानसून सत्र का 3 व 4 अगस्त को अवकाश रहेगा, जबकि 5 व 6 अगस्त को फिर से विधानसभा की कार्यवाही जारी रहेगी। सत्र में विधायकों का सीटिंग प्लान इस बार पूरी तरह से बदला नजर आया। इनेलो विधायकों में मची भगदड़ के बाद ऐसे हालात बने हैं। इनेलो के करीब एक दर्जन विधायक या तो भाजपा में चले गए या फिर जननायक जनता पार्टी के साथ हैं। नेता प्रतिपक्ष का पद भी अब अभय सिंह चौटाला के पास नहीं रहा, जिस कारण सीटिंग प्लान बदल गया है। कांग्रेस अभी तय नहीं कर पाई कि उसकी तरफ से विपक्ष का नेता कौन होगा, लेकिन जिन सीट पर अभी तक अभय चौटाला अपने विधायकों के साथ बैठते रहे हैं, उन पर अब कांग्रेस विधायक नजर आए।
कांग्रेस विधायकों की सीट पर इनेलो विधायक बैठे नजर आये। परिवहन महकमे में किलोमीटर स्कीम के तहत 510 निजी बसों के टेंडर में घोटाले की गूंज विधानसभा में भी सुनाई दी। सत्र के पहले ही दिन कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल और अन्य विधायक ने यह मामला उठाया। विधानसभा अध्यक्ष कंवरपाल गुर्जर द्वारा इस मुद्दे पर बहस कराने से इंकार के बाद कांग्रेसियों ने सदन से वाकआउट कर दिया। किसान, कर्मचारियों और कानून व्यवस्था सहित करीब आधा दर्जन मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की। इस दौरान कई बार हंगामा हुआ।
प्रश्नकाल खत्म होते ही कांग्रेस विधायक रणदीप सुरजेवाला और करण सिंह दलाल सीटों पर खड़े हो गए और अलग-अलग मुद्दे उठाने लगे। स्पीकर के टोकने पर सुरजेवाला सीट पर बैठ गए, जबकि दलाल ने किलोमीटर स्कीम के साथ ही दूसरे घोटाले उठाते हुए सरकार में उच्च पदस्थ लोगों पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप जड़े। कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल ने छह विधायकों के दलबदल का मुद्दा उठाते हुए आरोप जड़ा कि विधायकों को मोटी रिश्वत दी गई है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जगह-जगह चल रहे किसानों के धरने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार इनसे बातचीत कर समाधान निकाले। अभय चौटाला ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।
इससे पहले हरियाणा विधानसभा के स्पीकर कंवर पाल गुर्जर का कहना है कि पांच सालों में दो सत्रों को छोड़ दिया जाए तो सभी सत्र अच्छे रहे हैं। सभी को बोलने का मौका दिया गया। आज से शुरू हो रहे सत्र में भी चाहे पक्ष हो या विपक्ष सभी को बोलने का पूरा मौका दिया जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि सभी पूरी मर्यादा में रहेंगे और अपनी बात रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने पढ़ा शोक प्रस्ताव
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सबसे पहले शोक प्रस्ताव पढ़े गये और सदस्यों ने सदन में दो मिनट का मौन रखा तथा दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। सर्वप्रथम सदन के नेता व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शोक प्रस्ताव पढ़े। सदन में कांग्रेस की विधायक किरण चौधरी और इनैलो के विधायक अभय सिंह चौटाला ने अपनी पार्टी की तरफ से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। विधानसभा अध्यक्ष कंवरपाल ने भी शोक संदेश पढ़े।
सदन में जिनके लिए शोक संदेश पढ़े गये उनमें गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पर्रिकर, दिल्ली की भूतपूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जैसी महान शख्सियतों को श्रद्धाजंलि दी गई। इसी प्रकार, मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सेनाओं के 34 शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी गई। इसके अलावा, सदन में हरियाणा के कावडिय़ों के अलग-अलग सडक़ दुर्घटनाओं में हुए दु:खद एवं असामयिक निधन पर गहरा शोक प्रकट किया गया।