कुंडली बॉर्डर पर युवक की बर्बर हत्या के बाद निशाने पर आए निहंग अब एक और विवाद में घिर गए हैं। निहंग बाबा अमनदीप सिंह की केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ फोटो वायरल हुई है, जिससे सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है। सोशल मीडिया के साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने भी फोटो पर सवाल उठाते हुए बेअदबी मामले में साजिश की आशंका जताई है। वहीं, बाबा अमनदीप ने इस मामले में अपनी सफाई देने के लिए समय मांगा है। उनका कहना है कि वे पत्रकार वार्ता कर सब कुछ स्पष्ट करेंगे। हालांकि वायरल फोटो पुरानी है।
आखिर कहां है बेअदबी का वीडियो
सवाल यह भी उठ रहे हैं कि आखिर निहंग बेअदबी से संबंधित कोई वीडियो फिलहाल क्यों नहीं पेश कर पाए हैं, जबकि युवक की हत्या से पहले की दर्जनों वीडियो निहंगों ने सोशल मीडिया पर वायरल किए थे। इसके अलावा पंजाब के बहुत से किसानों ने निहंगों का समर्थन करने का फैसला लिया है। उनका कहना है कि निहंग उनकी रक्षा के लिए ही सिंघु बॉर्डर पर डटे हैं। श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की जो भी बेअदबी करेगा, उसके साथ ऐसा ही होना चाहिए। वहीं, मामले को लेकर एसकेएम की बैठक चल रही है। बैठक के बाद कोई जानकारी मिल सकती है।
अभी तक बेअदबी के सबूत नहीं मिले: विजय सांपला
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने लखबीर सिंह का भोग सिख मार्यादा के अनुसार कराने की अपील की। लखबीर सिंह की सिंघु बॉर्डर में निर्मम हत्या कर दी गई थी। पत्र में सांपला ने कहा कि वायरल वीडियो में कुछ लोग लखबीर सिंह पर बेअदबी का आरोप लगा रहे हैं लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई वीडियो या फोटो प्रमाण के रूप में सामने नहीं आया है।
जनमत संग्रह के आधार पर फैसला करेंगे, रुकेंगे या लौटेंगे: निहंग
निहंगों ने धरनास्थल से लौटने या रुकने को लेकर जनमत संग्रह करवाने का फैसला ले रखा है। निहंग 27 अक्तूबर को कुंडली बॉर्डर पर धार्मिक एकत्रता की बैठक करेंगे और इसमें जनमत संग्रह के आधार पर ही फैसला लेंगे कि उन्हें वापस जाना चाहिए या नहीं। निहंग बाबा राजा राम सिंह का कहना है कि वे किसानों की रक्षा के लिए यहां आए हैं।
27 को होने वाली बैठक में सिख कौम के बुद्धिजीवी भी शामिल होंगे। यहां निहंग जो फैसला लेंगे, उसे पूरी संगत मानेगी। साथ ही उन्होंने एसकेएम नेता योगेंद्र यादव पर पलटवार किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि योगेंद्र यादव को एसकेएम ने सिर चढ़ा रखा है। वह भाजपा व आरएसएस का बंदा है।
किसानों ने कहा था -निहंगों को हमने नहीं बुलाया
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा था कि वह निहंगों को धरनास्थल से लौटने के लिए नहीं कहेंगे। उन्होंने निहंगों को यहां आने के लिए नहीं कहा था। इस मामले में सिख कौम को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। माना जा रहा था कि किसान मोर्चा निहंगों को धरनास्थल से वापस जाने के लिए कहेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। संयुक्त किसान मोर्चा ने साफ किया था कि हत्या के मामले में पुलिस व कानून अपना काम करे, लेकिन बेअदबी के मामले में भी पुलिस गहराई तक जाए।
कुंडली बॉर्डर पर हुई थी लखबीर की हत्या
कुंडली बॉर्डर पर पंजाब के तरनतारन जिले के गांव चीमा खुर्द निवासी लखबीर सिंह के हाथ व पैर काटकर उसे बैरिकेड से लटकाकर मारा गया था। निहंगों ने घटना की जिम्मेदारी ली थी। उनका कहना था कि युवक ने श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की है, इसलिए उसे मार डाला गया।