चंडीगढ़ : जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन ने विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी हैं। गठबंधन के बाद शुक्रवार को हिसार में हुई गठबंधन की पहली बैठक के बाद अब विस चुनावों की रणनीति का ऐलान कर दिया गया है। गठबंधन के नेता रविवार से जिलावार बैठकों की शुरूआत करेंगे। एक सप्ताह में प्रदेश के सभी जिलों में गठबंधन नेताओं, वर्करों व आम लोगों की नब्ज टटोलेगा।
समझौते के तहत जेजेपी 50 और बसपा 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। गठबंधन की सांझा बैठकों के दौरान ही प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। दोनों दलों के नेताओं के बीच सीटों के बंटवारे के बाद इस बात पर भी चर्चा शुरू हो चुकी है कि कौन से हलके में किस पार्टी का नेता चुनाव लड़ेगा।
जेजेपी सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इस संदर्भ में फैसला हो सकता है। यही नहीं, अधिकारिक तौर पर दोनों दलों के नेता चुनावों की घोषणा होते ही सीटों का भी ऐलान कर देंगे।25 अगस्त को गठबंधन की पहली बैठक सुबह 10 बजे मेवात में होगी। इसके बाद दोपहर को पलवल और शाम को फरीदाबाद में जिला स्तरीय बैठक होगी। एक दिन में तीन बैठक करने का कार्यक्रम गठबंधन ने तय किया है। 26 को सुबह गुरुग्राम, दोपहर में रेवाड़ी और शाम को महेंद्रगढ़ में बैठक होगी। इसी तरह से 27 को भिवानी, फतेहाबाद व सिरसा में जिला की बैठकें होंगी।
28 को दादरी, झज्जर, रोहतक के बाद 29 को सोनीपत, पानीपत, करनाल जिला की बैठकें ली जाएंगी। 30 अगस्त को गठबंधन नेता जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र तथा 31 अगस्त को यमुनानगर, अंबाला और पंचकूला के कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे। इन बैठकों में जेजेपी नेता और पूर्व सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा बसपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी डॉ. मेघराज व प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश भारती सहित दूसरे नेता मौजूद रहेंगे। गठबंधन ने 25 सितंबर को स्व. चौ. देवीलाल की जयंती के मौके पर महम में प्रदेश स्तरीय रैली का ऐलान भी कर दिया है।
इस रैली में बसपा सुप्रीमो व यूपी की पूर्व सीएम कुमारी मायावती बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहेंगी। यही नहीं, गठबंधन नेताओं ने विधानसभा चुनाव के दौरान भी मायावती के प्रदेश में दौरे तय किए हैं। इससे पहले लोकसभा चुनावों में जेजेपी का आम आदमी पार्टी और बसपा का राजकुमार सैनी के नेतृत्व वाली लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के साथ समझौता था। दोनों दलों ने पुराने गठबंधन को तोड़ते हुए सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाते हुए नया गठबंधन किया है।