कुछ ही समय और फिर हरियाणा के झज्जर में देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय कैंसर संस्थान शुरू हो जाएगा। इसका उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी कुरूक्षेत्र से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करेंगे। ऐसा कहा गया है कि अभी तो राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में सिर्फ 50 बेड की सुविधा शुरू की गई है। इस साल के आखिरी तक यहां पर करीब 400 बेडों की सुविधा और कर दी जाएगी। इस संस्थान की ओपीडी में फिलहाल 80 से 100 मरीजों को देखा जा रहा है।
राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के निदेशक डॉक्टर जीके रथ ने बताया कि दिल्ली के एम्स से भी यहां पर पेशेंट्स लाए जा रहे हैं। साल 2020 तक यहां पर 500 बेड की सुविधा करने की पूरी कोशिश की जा रही है। वहीं अगले साल यानी 2020 मार्च से यहां ऑपरेशन थियेटर और रेडियोथेरेपी की सुविधा भी शुरू कर दी जाएगी।
प्रोटोन थैरेपी से ट्यूमर का होगा खत्मा
बता दें कि झज्जर में तैयार हुए देश के सबसे बड़े कैंसर संस्थान में प्रोटोन थैरेपी की भी सुविधा की गई है। ये एक ऐसी थैरेपी होगी जिसमें प्रोटोन बीम से मरीजों के कैंसर के ट्यूमर को खत्म कर दिया जाता है। इसके लिए एम्स ने अत्याधुनिक मशीन का ऑर्डर भी दे दिया है। वैसे निजी हॉस्पिटल में इस मशीन से इलाज का खर्चा करीब 20 से 25 लाख रुपए तक आता है।
प्रोटोन थैरेपी सिर्फ और सिर्फ कैंसर कोशिकाओं को ही निशाना बनाती है। जबकि आसपास की स्वस्थ कोशिकाओं से उसका कोई लेना-देना नहीं। इस थैरेपी से शरीर के अन्य हिस्सों पर रेडिएशन का दुष्प्रभाव नहीं होता।
महज 10 रुपए फीस
झज्जर के इस नए राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की फीस मात्र 10 रुपए रखी गई है। यह आपका ओपीडी शुल्क होगा। वैसे तो इस संस्थान में ओपीडी सेवा जनवरी 2019 से कर दी गई थी। अभी तक तो इस संस्थान में एम्स से मरीज रेफर किए जा रहे हैं।