चंडीगढ़ : करनाल संसदीय क्षेत्र को दो बार फतह करने वाले अरविंद शर्मा को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अभेद दुर्ग में भेजकर सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राहत की सांस ली हैं। क्योंकि रोहतक से ज्यों ही अरविंद शर्मा के नाम का भाजपा की ओर से ऐलान हुआ, त्यों ही उन कयासों पर विराम लग गया, जो अरविंद शर्मा को कांग्रेस के बैनर तले करनाल से चुनावी ताल ठोंकने के लिए लगाएं जा रहे थे। इन कयासों के कारण ही मुख्यमंत्री मनोहरलाल को कंपकपी चढ़ी हुई थी।
क्योंकि यदि अरविंद शर्मा कांग्रेस का हाथ पकडक़र करनाल में गरज जाते तो मुख्यमंत्री के सिपहसलार बने संजय भाटिया पसीना-पसीना हो जाते। जिस करनाल लोकसभा क्षेत्र को जीतना मुख्यमंत्री आसान समझ रहे है, वहां बड़ी विकट परिस्थिति बन जाती। क्योंकि अरविंद शर्मा करनाल में दो बार जीतने के कारण वहां के लोगों से जुड़ाव रखने के साथ-साथ जिस रणनीति से चलते उसे भेदना आसान नहीं होता। किंतु अब मुख्यमंत्री राहत भरे पल में नजर आ रहे हैं।
अरविंद शर्मा को रोहतक भेजकर वे सुकून की सांस ले रहे हैं। दरअसल, संजय भाटिया को करनाल से टिकट दिलाने में मुख्यमंत्री मनोहरलाल के अथक प्रयास माने जा रहे है। ऐसे में संजय भाटिया की जीत-हार का दारोमदार भी मुख्यमंत्री के कंधों पर टिका हुआ है।