रेवाड़ी: जिले के गांव मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में युवा महोत्सव ‘मधुकलश’ धूमधाम से मनाया गया। जिसका उद्घाटन प्रदेश के लोकनिर्माण मन्त्री राव नरबीर सिंह ने सफेद कबूतर उड़ाकर किया। समारोह को संबोधित करते लोकनिर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने विवि प्रबंधन की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में यह विश्वविद्यालय विकास के नए आयाम छु रहा है। अपने दादा राव मोहर सिंह के शिक्षा के विकास में योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि सन् 1942 में उन्होंने इसी क्षेत्र में शिक्षण संस्थान की आधारशिला रखी। उनका नारा कि शिक्षा सबसे पहले और सबसे आवश्यक होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वे दक्षिण हरियाणा तथा इस विश्वविद्यालय के विकास को लेकर काफी गंभीर है। इस अवसर पर उन्होने विश्वविद्यालय को 21 लाख प्रदान करने की घोषणा करते हुए राव मोहर सिंह ज्ञान पथ को चौड़ा करने के भी आदेश दिए है। मुख्य कार्यक्रम के पश्चात विद्यार्थियों ने अलग-अलग विधाओं में मनमोहक प्रस्तुति दी। आईजीयू के कुलपति प्रो. एस. पी बंसल ने राव नरबीर सिंह की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में यह विश्वविद्यालय तीव्रगति से प्रगति कर रहा है और देश-विदेश मे अपनी पहचान स्थापित कर रहा है।
आज विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण दिवस है, क्योंकि हम अपना प्रथम-युवा महोत्सव मना रहे है और यह विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के अतिरिक्त महेन्द्रगढ़ व रेवाड़ी जिले के महाविद्यालय भी भाग ले रहे है।उन्होंने कहा कि हमने अपने विश्वविद्यालय में चयन आधारित क्रेडिट प्रणाली (सीबीसीएस) के तहत मूल शिक्षा के पाठ्यक्रम में गीता व अन्य ग्रन्थो का शामिल किया है। विश्व सुन्दरी मानुषी छिल्लर का नाम लेते हुए कुलपति ने कहा कि हरियाणा की लड़कियां देश-विदेश में राज्य का नाम रोशन कर रही है और हम सबको सम्मानित करेंगे। पाश्चात्य व भारतीय दर्शन में तुलना करते हुए प्रो. बंसल ने कहा कि वेद व गीता जैसे वैज्ञानिक ग्रन्थ हमारी संस्कृति के मूल है और दिशभर में और देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थाओं में इन पर शोध किया जा रहा है। आज आवश्यकता इस बात की है कि हम वेदो और गीता मे वर्जित शिक्षाओं को आत्मसात करें।अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें.