नई दिल्ली : हरियाणा भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन होगा इस पर चर्चा शुरू हो गई है। भाजपा हाईकमान द्वारा किसी भी सांसद को अध्यक्ष नहीं बनाने के फैसले के बाद अध्यक्ष पद की दौड़ में कई हारे हुए बड़े चेहरे भी शामिल हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार दो सप्ताह पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया था कि राज्य में पार्टी अध्यक्ष किसी सांसद को न बनाया जाए क्योंकि वह अध्यक्ष बनने के बाद न तो अपने लोकसभा क्षेत्र को पूरा समय दे पाएगा और न ही लोकसभा में अपना पूरा समय दे पाता। ऐसे में अध्यक्ष किसी गैर सांसद को बनाया जाए।
सूत्रों के अनुसार हारे हुए चेहरों में पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा व लाडवा के पूर्व विधायक पवन सैनी का नाम लिया जा रहा था मगर सूत्रों का कहना है कि हारे हुए चेहरे पर दांव लगाने को लेकर पार्टी के अन्दर सभी बड़े नेता एकमत नहीं हैं। पार्टी के एक बड़े वर्ग का मानना है कि राज्य में 75 प्लस से दूर करने में जाटव दलित-पिछड़ों की नाराजगी एक बड़ा कारण रही है, इसलिए इन जातियों को साधने के लिए नया पार्टी अध्यक्ष जाट या पिछड़ी बिरादरी से होना चाहिए।
सूत्रों के अनुसार अब जाट बिरादरी में पानीपत ग्रामीण से दूसरी बार विधायक बने महीपाल ढांडा का नाम चर्चा में आया है, वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्य भी रहे हैं मगर गौर करने वाली बात यह भी है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जाट बिरादरी में अध्यक्ष का नाम आते ही फिर से निवर्तमान अध्यक्ष सुभाष बराला को अपनी पसंद बना रहे हैं। उल्लेखनीय है कि वि.सभा चुनाव पार्टी ने सुभाष बराला के अध्यक्ष रहते ही लड़ा था और वह इस चुनाव में खुद तो चुनाव हारे ही, साथ ही पार्टी अपना 2014 का 46 सीट जीतने वाले आंकड़े से भी खिसक कर 40 सीटों पर आ टिकी।