जींद : इनेलो से निलंबित सांसद दुष्यंत चौटाला ने ताऊ देवीलाल की कर्मभूमि पर पहुंचकर उमड़े समर्थकों से पूरे जोश-खरोश के साथ आह्वान किया कि किसी समय जींद की धरती से न्याय युद्ध की शुरूआत हुई थी। एक बार फिर जींद की जनता ने न्याय युद्ध की अलख जगाकर साथ देने का काम करना होगा। क्योंकि पार्टी प्रमुख एवं उनके दादा ओमप्रकाश चौटाला से सीखा है कि उसूलों पर बात आएं तो टकराना जरूरी है। इसलिए पिछले दस सालों के दौरान साथ देने वाले लोगों को चौधरी देवीलाल की विचारधारा और चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के कंधों को मजबूती देने का काम करते रहना है।
कुछ लोग है, जो संगठन के ढांचे को तोडऩे का प्रयास कर रहे हैं। किंतु ऐसे लोगों के प्रयास सफल नहीं होंगे और जींद की धरती से इंसाफ की जो गूंज उठेगी, वह जनहित में उठने वाली आवाज को न्याय दिलाकर अंजाम तक पहुंचाने का काम करेगी। इसलिए गोहाना रैली में उठी किलकारियों के लिए उनको जो जिम्मेदार ठहराते हुए नोटिस भेजा है, उसका जवाब देने के लिए वे कमेटी के अध्यक्ष शेर सिंह बड़शामी को ठोस जवाब देने को तैयार है। जींद में पार्टी कार्यालय के सामने पार्क में रैली में तब्दील हुई बैठक को पूरे संतुलन के साथ सधी हुई भाषा में संबोधित करते हुए दुष्यंत चौटाला ने उमड़े हुए समर्थकों को अपनी जोशीली शब्दवाणी से अप्रत्यक्ष तौर पर खुलकर इस बात के संकेत दिये कि वे हरियाणा में जमने के लिए तैयार रहे।
इनेलो-बसपा के पक्ष में बन रहा है प्रदेश में माहौल : दुष्यंत चौटाला
युवाओं के मुख से निकल रही सीएम आया, सीएम आया गगनचुंबी ध्वनि के बीच फूलों की बौछारों से होते हुए दुष्यंत चौटाला पार्क के ठीक बीच पहुंचे। इस मौके पर जिला प्रधान कृष्ण राठी, कृष्ण मिढ़ा, प्रदीप गिल, जिप चेयरमैन के पति विनोद सिंगला, जगदीप बुआना, प्रदेश कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य अशोक गोयल लीलू, उकलाना के विधायक अनूप धानक, उमेद लोहान, जुलाना हल्का प्रैस प्रवक्ता आनन्द लाठर, विश्ववीर नंबरदार, दयानंद कुंडू, सतेंद्र ढुल, बिट्टू नैन, शीला भ्याण, महेंद्र सैनी, गुरदीप सांगवान, अन्ना टीम से जुड़े सुनील वशिष्ठ सहित हजारों युवाओं की उमड़ी हुई भीड़ मौजूद थी।
युवाओं के जोश से गूंज रही आवाज को बार-बार थामते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सुनामी कभी एक बूंद से नहीं आती, वह कहां से चली है, उसकी गहराई में जाना जरूरी है। इसलिए डॉ. अजय सिंह चौटाला के संघर्ष को याद करके संगठन को मजबूती देने के लिए युवाओं के साथ-साथ प्रदेश हित में सोचने वाले प्रत्येक व्यक्ति को एकजुट होकर चलना होगा। कार्यकत्र्ताओं का जो फैसला होगा, वह डॉ. अजय सिंह चौटाला को बता दिया जाएगा। चाहे कांटे लगे, चाहे छाले पड़े, साथियो चलना है तो चलना है दरिया की जिद्द है रास्ता नहीं दूगी, पर इस बार समुन्द्र पार हमें करना है।
– संजय शर्मा