चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सभी की नजरें जननायक जनता पार्टी का समर्थन कर रहे इनेलो के तीन विधायकों की तरफ रही। जो इन दिनों दुष्यंत चौटाला के साथ हैं लेकिन सत्र के दौरान वह इनेलो के लिए निर्धारित की गई कुर्सियों पर बैठे। इसके बावजूद तीनों विधायकों ने अलग-अलग अवसरों पर इनेलो से अलग स्टैंड रखते हुए अभय चौटाला के समक्ष अपनी स्थिति को स्पष्ट कर दिया।
अभय चौटाला जिस भाभी के घर का खाना खाने का दावा करते रहे हैं सदन में उनकी अपनी विधायक भाभी नैना चौटाला के साथ राम-राम भी नहीं हुई। अभय चौटाला की अनूप धानक व राजदीप फौगाट के साथ कुछ पलों के लिए मंत्रणा जरूर हुई। नैना चौटाला समेत तीनों विधायक विधानसभा में देर से आए और जल्दी चले गए। विधानसभा की दूसरी सीटिंग में तीनों में से कोई विधायक सदन में नहीं पहुंचा। सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे आरंभ हुई।
इनेलो विधायकों की तरफ से सबसे पहले सदन में वेद नारंग पहुंचे। उसके बाद विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कई मंत्रियों-विधायकों संग एक साथ प्रवेश हुआ। करीब 15 मिनट बाद हरे-पीले रंग के कंबीनेशन वाले सूट में नैना चौटाला सदन में पहुंची और अपनी सीट पर बैठ गई। उनके पीछे-पीछे राजदीप फौगाट व अनूप धानक भी पहुंचे।
तीनों विधायक पूरे समय सदन की कार्यवाही का हिस्सा बने। विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला कई बार सत्ता पक्ष के नेताओं के साथ भिड़ते दिखाई दिए। उनका समर्थन करने के लिए कई विधायक अपनी कुर्सियों छोड़कर न केवल खड़े हुए, बल्कि बैल में भी आए। जबकि नैना चौटाला, अनूप धानक और राजदीप फौगाट चुप्पी साधे रहे।
अभय सिंह चौटाला विरोध प्रदर्शन करते हुए जब बाहर जाने लगे तो सदन के गेट के पास बैठे राजदीप फौगाट सम्मानपूर्वक अपनी सीट छोड़ खड़े हो गए। अभय ने इशारे से अनूप धानक को अपने पास बाहर बुलवा लिया। एक मिनट के बाद ही अनूप और अभय दोनों सदन के भीतर आ गए।
इनेलो विधायकों की नारेबाजी और शोर शराबे के बीच सबसे पहले नैना चौटाला उठकर सदन से बाहर चली गई। उनके बाद अनूप धानक भी निकल लिए। करीब पांच मिनट बाद राजदीप फौगाट भी सदन से बाहर आ गए। तीनों विधायक करीब एक घंटे तक सदन में रहे।