सोनीपत : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सब्र बहुत हो चुका है, अब केंद्र सरकार को आंतकवाद के लिए ईंट का जवाब पत्थर से देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर में बढ़ता आतंकवाद देश के लिए नासूर बन गया है। इसमें शांति वार्ता का कोई विकल्प नहीं बचा है। हाल यह है कि एक ही दिन में आतंकियों से डर से 40 पुलिस जवानों ने नौकरी छोड़ दी। अब केवल बयानबाजी न करके भाजपा सरकार कुछ ठोस कदम उठाए। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा यहां थाना कलां गांव में शहीद नरेंद्र सिंह के घर सांत्वना देने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले तो भाजपा ने लंबे-चौडे दावे किए थे और आतंकवाद को लेकर आर-पार की करने तक की बात कही थी। लेकिन पिछले चार सालों में जिस तरह की बर्बरता हमारे सैनिकों के साथ बरती गई है, वह शर्मनाक है।
उन्हांने कहा कि सरकार को चाहिए कि अब बयानबाजी और जुमलों को छोड़कर ठोस कारवाई करते और दुश्मन को ईंट का जवाब पत्थर से दे। ताकि इन शहीदों की शहादत सफल हो सके। उन्होंने कहा कि आतंक की वजह से कश्मीर के हालात दिनोंदिन बदत्तर होते जा रहे हैं और केंद्र की सरकार मौन साधे बैठी है। यही वजह है कि आतंकियों के डर से एक ही दिन में 40 जवान पुलिस की नौकरी छोड़ देते हैं। अब सब्र का बांध टूट चुका है और सरकार को कठोर कदम उठाने चाहिए। उन्होंने शहीद नरेंद्र सिंह की शहादत को नमन करते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार को तुंरत नियमों में बदलाव करके नरेंद्र सिंह को शहीद का दर्जा देना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि जो बर्बरता उनके साथ हुई है, वह शहादत की श्रेणी में आती है। उन्होंने सरकार से मांग की कि नरेंद्र सिंह के दोनों बेटों को नौकरी दी जाए और परिवार को उपयुक्त आर्थिक सहायता सरकार दे। ताकि परिवार का गुजर-बसर हो सके। यह परिवार बेहद साधारण है और इसके लिए सरकार को भरपूर मदद करनी चाहिए। इस मौके पर उनके साथ विधायक जयबीर बाल्मीकि, जयतीर्थ दहिया, जगबीर मलिक, श्रीकृष्ण हुड्डा, प्रो. वीरेंद्र सिंह, पूर्व विधायक अनिल ठक्कर, सुरेंद्र शर्मा, सुरेंद्र दहिया, मनोज रिढाऊ, प्रदीप गौत्तम, प्रदीप सांगवान, कृष्ण मलिक, अशोक छाबड़ा, अशोक सरोहा, अजीत सैनी, प्रेम अत्री, सुनील दहिया,आदि मौजूद रहे।