कोरोना महामारी के बीच देश में ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। देश के लगभग 15 राज्यों से फंगस के 9320 मामले सामने आ चुके हैं, ये आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं फंगस की चपेट में आए 235 मरीज अब तक जान गंवा चुके है।
ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा मामले 5000 गुजरात से सामने आए है। गुजरात ही अकेला ऐसा राज्य है जहां फंगस के मामले सबसे अधिक है। कई मामलों में इस संक्रमण के चलते मरीजों की आंख तक निकालनी पड़ रही है। वहीं फंगस के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एंटी-फंगल दवा एम्फोटेरिसिन-बी (Amphotericin-B) की डिमांड बढ़ती जा रही है।
शनिवार को सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को एम्फोटेरिसिन-बी की कुल 23,680 अतिरिक्त वायल आवंटित किए गए हैं। रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौडा ने यह जानकारी दी। वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को सुझाव देते हुए कहा था कि वो देश में बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दवा की खरीद करें।
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11 राज्यों ने ब्लैक फंगस महामारी घोषित
देश के 11 राज्यों में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया जा चुका है। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम हरियाणा और दूसरा राजस्थान है। ब्लैक फंगस को पेन्डेमिक एक्ट के तहत नोटिफाई किए जाने के केंद्र सरकार के आग्रह के बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक, तेलांगना और तमिलनाडु भी ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर चुके हैं।
15 साल के किशोर में ब्लैक फंगस का संक्रमण
मध्य प्रदेश में अब तक 600 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज सामने आ चुके हैं, इनमें से 30 से ज्यादा की मौत हो चुकी है।अहमदाबाद में कोरोना से उबरे 15 साल के किशोर में ब्लैक फंगस का संक्रमण मिला है। 4 घंटे चले ऑपरेशन के बाद किशोर संक्रमण मुक्त हो गया। ऑपरेशन से उसके तालू और साइड के दांत निकालने पड़े।