उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव और गुजरात विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और सियासी गलियारों में हलचल देखने को मिल रही है। राजधानी में आम आदमी पार्टी की 5वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक जारी है। इस बैठक में पार्टी के संस्थापक सदस्यों, प्रतिनिधियों समेत राज्यों में पार्टी प्रभारी हिस्सा ले रहे हैं।
ऐन वक्त पर वक्ताओं की सूची में कुमार विश्वास का नाम भी शामिल किया गया है और वह दोपहर ढाई बजे के आस-पास बोल सकते हैं। नवंबर 2012 में पार्टी की स्थापना के बाद पहली बार संस्थापक सदस्य विश्वास ने दावा किया कि वक्ताओं की सूची में उनका नाम नहीं है।नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर ‘आप’ के एक विधायक ने कहा कि बैठक में बढ़ती बेरोजगारी, नोटबंदी और कृषि संकट पर चर्चा होगी।
विश्वास के एक सहयोगी ने बताया, ‘कुमार भाई एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में हिस्सा लेंगे’। केजरीवाल के समर्थकों ने भी नपी-तुली प्रतिक्रिया जाहिर की और कहा कि बैठक योजना के मुताबिक ही होगी और कोई समस्या होने की आशंका नहीं है। लेकिन विश्वास एवं केजरीवाल की बढ़ती दूरियों के मद्देनजर बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों ने बैठक में एक-दूसरे से निपटने की रणनीति तैयार कर ली है।
कुमार विश्वास अमानतुल्ला की वापसी को सियासी प्रपंच बता रहे हैं। ऐसे में यह बैठक काफी अहम है। इस बैठक में पावर प्ले दिखाई दे सकता है क्योंकि पार्टी का सदस्य होने के नाते इस बैठक में कुमार विश्वास भी शामिल होंगे। पहले विश्वास का नाम मुख्य वक्ताओं में शामिल नहीं था लेकिन बैठक से ऐन पहले उनका नाम वक्ताओं की सूची में शामिल किया गया।
ऐसा अमुमान है कि बैठक में मुख्यमंत्री केजरीवाल प्रमुख वक्ताओं में आखिरी स्पीकर होंगे। आम आदमी पार्टी यूपी निकाय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और गुजरात में भी 11 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है। इन मुद्दों पर खास चर्चा होगी। बैठक में बीजेपी की अगुआई वाली एनडीए सरकार के तहत भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति और जीएसटी-नोटबंदी के प्रभाव पर भी चर्चा होने का अनुमान है।