किसान आंदोलन का ऐतिहासिक केंद्र रहे, दिल्ली की सीमा पर स्थित- गाजीपुर में तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की घोषणा के बाद शुक्रवार को जश्न का माहौल देखने को मिला। इस बीच शनिवार को कांग्रेस तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के फैसले के मद्देनजर पूरे देश में ‘किसान विजय दिवस’ मनाएगी और जगह-जगह सभाओं का आयोजन करेगी।
किसानों के सम्मान में कैंडल मार्च का किया जाएगा आयोजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के निर्णय की घोषणा करते हुए शुक्रवार को कहा कि संसद के आगामी सत्र में इसके लिए समुचित विधायी उपाय किए जाएंगे।कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने सभी राज्य इकाइयों से कहा है कि वे 20 नवंबर को राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर ‘किसान विजय दिवस’ मनाते हुए रैलियों और आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के सम्मान में कैंडल मार्च का आयोजन करें।
बुराई पर सामूहिक विजय हमारे देश के अन्नदाताओं को समर्पित है
राज्य इकाइयों को भेजे गए पत्र में वेणुगोपाल ने कहा कि किसानों के आंदोलन और बलिदान तथा कांग्रेस एवं राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुट विपक्ष की लड़ाई के बाद ये तीनों कानून निरस्त किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘बुराई पर सामूहिक विजय हमारे देश के अन्नदाताओं को समर्पित है।’’