कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सोमवार को मुलाकात करने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने “न के बराबर अस्तित्व वाली” आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी तरह का गठबंधन करने की जरूरत को नकार दिया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन पर निर्णय पार्टी आला कमान लेगी।
मुलाकात के बाद संवादाताओं से अमरिंदर सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी का पंजाब में न के बराबर अस्तित्व है और “राज्य में अरविंद केजरीवाल की पार्टी के साथ गठबंधन करने की कांग्रेस को किसी भी तरह से जरूरत नहीं है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश इकाई पहले ही अपने विचार से आला कमान को अवगत करा चुकी है हालांकि गांधी के साथ आज की मुलाकात में इस मामले पर चर्चा नहीं हुई।
बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अमरिंदर सिंह ने पार्टी एवं राज्य सरकार से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत पर उन्होंने गांधी को बधाई भी दी। अमरिंदर सिंह ने कहा, “आप अब निष्क्रिय हो चुकी है और पिछले लोकसभा चुनावों में जो स्थितियां थी उस हिसाब से पंजाब में अब उसका कोई वजूद नहीं रह गया।
हालांकि राष्ट्रीय परिदृश्य एवं चुनावी बाध्यताओं को देखते हुए आप या अन्य किसी पार्टी के साथ गठबंधन पर कोई भी निर्णय कांग्रेस आला कमान लेगी और पीपीसीसी (पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति) उसका अनुसरण करेगी।” कांग्रेस के पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटों पर जीतने का भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी सर्वोत्तम एवं जीत सकने वाले उम्मीदवारों को चुनेगी।
हालांकि उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के चयन के बारे में अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल को लेकर पूछे गए प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि बैठक में इन सब पर कोई चर्चा नहीं हुई है। करतारपुर गलियारे के मुद्दे पर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने तरफ के मार्ग पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है लेकिन भारत की तरफ यह अभी भी नहीं शुरू हो सका है क्योंकि राज्य सरकार को अवसंरचना निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए केंद्र से निधि नहीं मिली है।