केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को ‘लक्ष्य से ज्यादा एवं समय से पहले’ काम करने वाला बताते हुए मंगलवार को यहां कहा कि गंगा नदी गंगोत्री से हरिद्वार तक आचमन योज्ञ बन गई है।
‘गंगा यात्रा’ के दौरान गंगा तट भैंसासुर घाट पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए श्री शेखावत ने कहा कि देश को एक सूत्र में बांधने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली यह नदी कालांतर में विकास के दौर में दूषित हो गई थी। वर्ष 2014 में श्री मोदी ने गंगा को स्वच्छ करने का जो संकल्प लिया था, उस पर तेजी से काम हो रहे हैं। उनकी इच्छा शक्ति के कारण यह पवित्र नदी पुन: पुराने स्वरुप को प्राप्त कर रही है तथा गंगोत्री से हरिद्वार तक आचमन योज्ञ बन गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गंगा के प्रति नई चेतना का विकास करने के लिए गंगा को जन-जन का विषय बनाने का जो आह्वान किया था, उसे साकार करने में उत्तर प्रदेश की योग आदित्यनाथ सरकार सबसे तेज गति से काम कर रही है।
श्री शेखावत ने कहा कि श्री मोदी के आह्वान पर गंगा को स्वच्छ कर ‘जीवन चक्र’ को बचाने के यज्ञ को जन-जन पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार अपने क्षेत्र में भागीरथ प्रयास कर रही है। उसने नदी के दोनों किनारे ऑगेर्निक खेती को बढ़वा देने के लिए गांव-गांव लोगों को जागरुक कर रही है और सफाई से लेकर पौधे लगाने का काम तेजी चल रहा है।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी को देश की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप काम करने वाला नेता बताते हुए कहा कि उनके प्रसास से ‘लक्ष्य से अधिक और समय से पहले’ काम पूरा करने के माहौल बनाने के कारण बड़ से बड़ काम भी समय से पूरा किये जा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को खुले में शौच मुक्त करने आह्वान किया था। उस वक्त तक देश में मात्र तीन करोड़ शौचालय थे, लेकिन कुछ वर्षों में ही देश में 11 करोड़ शौचालय बनाकर तैयार हो गए और खुले में शौच से मुक्ति दिलाने का बड़ काम हुआ।
अब सरकार हर घर तक पानी पहुंचाने के लक्ष्य में पर काम कर रही है। पानी से जुड़ अनेक परियोजनाओं पर एक साथ काम किया जा रहा है। सबसे बड़ काम यह है कि इसके प्रति लोगों को जागरूक कर अभियानों से सफलता पूर्वक जोरा जा रहा है।
श्री शेखावत ने गंगा यात्रा में जुटे लोगों का स्वागत करते हुए उनकी हौसला आफजायी की और कहा कि यह भागीरथ प्रायस देश की 40 फीसदी आबादी को जीवन का आधार देने वाली गंगा को बचाने में महत्वपूर्ण साबित होगी। इससे जन चेतना आएगी और सरकार के बजाय लोग खुद आगे बढ़कर गंगा को बचाने के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कानपुर में 130 साल पुराने शीशा मऊ गंगे नाले के बंद किये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद वहां आकर देखा कि किस तरह गंगा स्वच्छ हुई है।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने गंगा की निर्मलता एवं अविरलता के लिए विशेष रुचि लेते हुए अलग मंत्रालय बनाने समेत कई कार्य किये और उसका परिणाम अब देश के सामने है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा नदियों को आपस में जोड़कर देश के एक तिहाई सूखे इलाके में पानी पहुंचाने के काम तेज गति से चल रहा है।
श्री मोदी आने वाले समय में यह सपना निश्चित तौर पर साकार करने में सफल होंगे।
सभा में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद, नाथ पांडे, उत्तर प्रदेश के मंत्री सूर्य प्रताप शाही, वाराणसी के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन, डॉ नीलकंठ तिवारी, रविंद, जायसवाल, महेंद, सिंह समेत अनेक मंत्री, विधायक, नमामि गंगे से जुड़ अधिकारी एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।
गौरतलब है कि यह यात्रा 31 जनवरी को कानपुर में पहुंचेगी। गंगा यात्रा 27 जिले, 21 नगर निकाय एवं 38 ग्राम पंचायत होते हुए 1358 किलोमीटर की यात्रा तय करेगी।
दूसरे दिन 29 जनवरी को प्रात: अस्सी घाट पर गंगा अर्चन का कार्यक्रम रखा गया है। इसके बाद खिड़कियां घाट से रामनगर तक गंगा नदी में जल यात्रा कर ‘गंगा यात्रा’ रामनगर पहुंचेगी। रामनगर में प्रभु नारायण राजकीय इंटर कॉलेज में पूर्वाहन साढे 10 बजे जनसभा होगी। इसके बाद गंगा यात्रा 29 जनवरी को राष्ट्रीय राजमार्ग होते हुए चुनार की ओर प्रस्थान करेगी। चुनार रोड पर वाराणसी के सीमावर्ती गांव अखरी चौराहा एवं बछाव में भी गंगा यात्रा का मानव श्रृंखला बनाकर स्वागत सम्मान किया जाएगा।