उज्जैन : आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 2 योजनाएं स्वास्थ्य एवं आरोग्य केन्द्र तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना 15 अगस्त से लागू की जायेगी। आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत लोगों के घरों के नजदीक स्वास्थ्य एवं आरोग्य केन्द्र खोले जायेंगे, जहां संक्रामक रोगों, मातृ स्वास्थ्य एवं बाल स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ व्यापक स्वास्थ्य देखभाल की सुविधाएं दी जायेंगी।
इन केन्द्रों पर आवश्यक दवाएं व जांच की सुविधाएं मुफ्त में मिलेंगी। दूसरी योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है। इसमें निर्धन और असुरक्षित परिवार आयेंगे। इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 5 लाख रूपये तक का अस्पताल का खर्चा दिया जायेगा। नेशनल हैल्थ इंश्योरेंस योजना के तहत लोगों को 5 लाख रूपये तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जायेगा। भारत सरकार द्वारा नये सरकारी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल बनाये जायेंगे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उज्जैन डॉ. व्हीके गुप्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आयुष्मान भारत योजना में उन्हीं को पात्रता होगी, जिसके पास विकट स्वास्थ्य की परिस्थितियों में न तो कोई बीमा पॉलिसी है न ही उस व्यक्ति के पास इतना पैसा है कि अपना इलाज करवा सके। इस स्थिति में वह व्यक्ति शासन से मदद प्राप्त कर अपना इलाज करवा सकेगा।
शुरूआत में इस योजना के अन्तर्गत परिवार के 5 सदस्यों को कवर किया जायेगा, परन्तु बाद में इसके अन्तर्गत पूरे परिवार को लाभ देने का विचार जायेगा। आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष इलाज के लिये 5 लाख तक का बीमा कवर मिलेगा।
यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और सीनियर सिटीजन इंश्योरेंस स्कीम का स्थान लेगी। बीमा कवर के लिये उम्र की भी बाध्यता नहीं रहेगी। इसमें पहले से मौजूद बीमारियां भी कवर होगी। स्कीम कैशलेस होगी और इसमें परिवार के सदस्यों और उम्र का बन्धन नहीं होगा। योजना में रजिस्टर्ड किसी भी प्रायवेट या सरकारी अस्पताल में इलाज हो सकेगा। देश में मेडिकल का 80 फीसदी खर्च लोग अपनी जेब से उठाते हैं। इस खर्च का बोझ आम आदमी पर न पड़े, इसलिये भारत सरकार ने आयुष्मान भारत योजना बनाई है।
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