सुप्रीम कोर्ट की नौ सदस्यीय संविधान पीठ आज विभिन्न धर्मों में और केरल के सबरीमला मंदिर सहित स्थलों और विभिन्न धर्मों में महिलाओं के खिलाफ भेदभाव के मामलों पर सुनवाई करेगी। इस संविधान पीठ की अध्यक्षता चीफ जस्टिस एसए बोबड़े कर रहे हैं। मामले की पिछली सुनवाई में संविधान पीठ ने साफ कर दिया था कि वह 14 नवंबर को दिए गए समीक्षा आदेश के सवालों पर ही सुनवाई करेगी।
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संविधान पीठ दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय में महिलाओं के खतना, मस्जिदों में मुस्लिम महिलाओं के प्रवेश और पारसी व्यक्ति से विवाह करने वाली पारसी महिलाओं को ‘अज्ञारी’ में पवित्र अग्नि स्थल पर प्रवेश से वंचित करने से संबंधित मुद्दों पर विचार करेगी।प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबड़े के अलावा पीठ में न्यायमूर्ति अशोक भूषण, यमूर्ति आर भानुमति, एल नागेश्वर राव, एस ए नजीर, एम एम शंतनगौदार,आर सुभाष रेड्डी, बी आर गवई और सूर्याकांत शामिल हैं।
इससे पहले बृहस्पतिवार को चीफ जस्टिस एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने कहा कि संविधान पीठ याचिकाकर्ताओं के कुछ वकीलों द्वारा तैयार किए गए मुद्दों पर सुनवाई करेगी और वह आम कानूनी सवालों पर फैसला देने की कोशिश करेगी।