Today, July 23rd marks the birth anniversaries of two great sons of India—Bal Gangadhar Tilak and Chandra Shekhar Azad.
I feel that present-day youth must read about their lives and sacrifices made for country’s freedom.
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— Vice President of India (@VPSecretariat) July 23, 2020
उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘किसी भी आंदोलन की सफलता के लिए आवश्यक है कि वह युवा आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को प्रतिबिंबित करे। चंद्रशेखर आज़ाद जैसे राष्ट्रवादी नायकों ने आज़ादी के आंदोलन को युवाओं की आकांक्षाओं से जोड़ा और युवाओं के लिए आदर्श स्थापित किया। युवा क्रांतिकारी को मेरी श्रद्धांजलि।’’
भारत मां के दो वीर सपूत लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2020
बहुआयामी व्यक्तित्व रखने वाले तिलक के पास गजब की संगठन क्षमता थी। बाल गंगाधर तिलक को 1908 में केसरी अखबार में क्रान्तिकारियो के समर्थन में लेख लिखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया, तो मजदूरों ने जबरदस्त आंदोलन किया, इसकी वजह से बम्बई कई दिनों तक बंद रही। उन्होंने सभी वर्गों में लोकप्रिय थे, इसी वजह से उन्हें लोकमान्य कहा जाता था।