शिवपुरी : नरवर की भारतीय स्टेट बैंक शाखा के कैशियर धर्मपाल मीणा ने एक मृत महिला के खाते से 3 लाख 41 हजार रूपए का धोखाधड़ी कर आहरण कर लिया। जिसकी जानकारी जब मृतिका के पुत्र को लगी तो उसने घटना की शिकायत बैंक से की, लेकिन उसकी बैंक अधिकारियों ने नहीं सुनी तो उसने 181 पर शिकायत दर्ज कराई और उसके बाद पुलिस ने जांच केबाद बैंक के कैशियर के खिलाफ भादवि की धारा के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया।
आरोपी ने मृतिका के जिंदा रहते उसके खाते से 2 लाख 96 हजार रूपए आहरण पर्ची पर अंगूठा लगाकर निकाले और उसकी मौत के बाद उसके खातेसे 45 हजार रूपए निकाल लिए। मृतिका का खाता भारतीय स्टेट बैंक की नरवर शाखा में है उक्त खाते में मृतिका की पेंशन आती थी, लेकिन बीमारी के कारण वह बैंक से रूपए निकालने में असमर्थ थी और इसी के चलते उसके खाते में 3 लाख 41 हजार रूपए की राशि एकत्रित हो गई और 29 सितम्बर 2017 को महिला की मृत्यु हो गई।
मृत्यु से पूर्व बैंक कैशियर धर्मपाल मीणा ने आहरण पर्ची पर अंगूठा का निशान लगाकर 2 लाख 96 हजार रूपए की राशि निकाल ली। उसके बाद मृतिका की मौत के बाद भी आरोपी ने उसके खाते से 45 हजार रूपए का आहरण कर लिया और दो साक्षी लखनलाल बघेल व मंगलसिंह को बनाया औरउल्लेख किया कि इन दोनों के समक्ष मृतिका को निकाली गई रकम दी गई है।
महिला की मौत के बाद उसका पुत्र जगन्नाथ बाथम मां की मृत्यु की सूचना देने और उसके खाते की राशि निकालने पहुंचा तो उसे ज्ञात हुआ कि उसके खाते में कोई भी पैसा जमा नहीं है। जिसकी शिकायत उसने बैंक के मैनेजर से की।
जिसकी बैंक ने छानबीन की तो बैंक के कैशियर धर्मपाल द्वारा राशि निकालने की बात ज्ञात हुई, लेकिन इसके बाद भी बैंक ने उसकी शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की। तब जगन्नाथ ने 181 पर अपनी शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने मामले में छानबीन की और आरोपी जगन्नाथपाल पर लगाए गए आरोप सत्य पाए जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया।
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