कांग्रेस ने नेपाल के साथ संबंधों में आए तनाव को लेकर बुधवार को कहा कि सरकार को इस मामले पर देश को विश्वास में लेना चाहिए और राजनीतिक दलों को भी स्थिति की जानकारी देनी चाहिए।
पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने नेपाल को भारत का ‘स्वाभाविक साझेदार’ करार देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी मुद्दे का समाधान कूटनीति एवं बातचीत के माध्यम से होना चाहिए। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘भारत-नेपाल संबंधों से जुड़े हालिया घटनाक्रम और कालापानी-लिपुलेकख इलाके को लेकर विवाद राष्ट्रीय चिंता का विषय है।
भारत और नेपाल ऐतिहासिक एवं समय की कसौटी पर कसे गए रिश्ते साझा करते हैं जो परस्पर सम्मान, मित्रता और विश्वास पर आधारित है।’’ शर्मा के अनुसार, भारत और नेपाल के लोगों के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंध और साझा परंपराएं इस रिश्ते को अनोखा और विशेष बनाती हैं।
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दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी को निखारने और बढ़ावा देने के लिए भारी-भरकम निवेश किया है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत और नेपाल ने किसी भी विवाद और मतभेद को बातचीत से दूर करने के लिए द्विपक्षीय व्यवस्था बनाई है। यह अफसोसनाक है कि मौजूदा गतिरोध इस स्तर पर पहुंच गया कि मैत्रीपूर्ण संबंधों में तनाव आ गया।
इसे तत्काल हल करने की जरूरत है।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि सरकार देश को विश्वास में ले और राजनीतिक दलों को इस मामले से अवगत कराए। संसदीय लोकतंत्र में सरकार से यह उम्मीद की जाती है।’’