चीन ने लद्दाख से अरुणाचल तक सीमा पर फ़ौज तेनात की, भारत ने भी हर मोर्चे पर बढ़ाई सेना - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चीन ने लद्दाख से अरुणाचल तक सीमा पर फ़ौज तेनात की, भारत ने भी हर मोर्चे पर बढ़ाई सेना

लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक चीन अपनी सैन्य ताकत में लगातार इजाफा कर रहा है। भारत की तरफ से भी हर चालबाजी का जवाब देने के लिए हर मोर्चे पर सेना की तैनाती को मजबूत किया जा रहा है।

एक तरफ जहां बातचीत के जरिये चीन और भारत के बीच चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने की कोशिश की जा रही है वहीं लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक चीन अपनी सैन्य ताकत में लगातार इजाफा कर रहा है।  भारत की तरफ से भी हर चालबाजी का जवाब देने के लिए हर मोर्चे पर सेना की तैनाती को मजबूत किया जा रहा है। 
बता दें, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) द्वारा लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक सभी जगह भारी सैन्य बिल्डअप करने के बाद भारत ने चीन के साथ सटी सीमा पर भारी संख्या में सैनिकों को तैनात करने का काम शुरू किया है। अब भारतीय सेना ने अपने रिजर्व फाइटिंग फॉर्मूले से अतिरिक्त सैनिकों को चीन सीमा क्षेत्र में तैनात कर अपनी ताकत की उपस्थिति बढ़ाई है।
भारत के सैन्य अधिकारीयों ने कहा है , “लद्दाख में चीनियों ने क्या किया, इसका कोई तरीका नहीं है कि हम उन पर और उनके इरादों पर भरोसा कर सकें और इसीलिए अतिरिक्त रूप से न केवल लद्दाख, बल्कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में भी तैनाती की गई है।” तीन इन्फैन्ट्री डिवीजनों सहित लद्दाख में मौजूदा संरचनाओं के साथ, दो अतिरिक्त ब्रिगेडों को पास के कोर गठन से भी भेजा गया है जो वार्षिक अभ्यास के लिए उच्च ऊंचाई वाले स्थानों पर कार्यवाही करते है। 
लद्दाख से लेकर अरुणाचल बॉर्डर तक भारी संख्या में सेना की तैनाती 
प्राप्त जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में, अतिरिक्त सैनिकों को भारत-चीन सीमा पर तैनात किया गया है। अभी हाल ही में, जनरल आरपी सिंह ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सैनिकों की स्थिति और तैयारियों का आकलन करने के लिए फ्रंट पोस्ट्स का दौरा किया।साथ ही उत्तराखंड में पिथौरागढ़ के पास गढ़वाल सेक्टर और कुमाऊं सेक्टर सहित दोनों सीमाओं पर सैनिकों की मौजूदगी को भी बढ़ा दिया गया है। भारतीय वायु सेना ने उत्तराखंड में आगे के स्थानों के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करने के लिए चिन्यालीसौड़ में एक उन्नत लैंडिंग ग्राउंड को सक्रिय किया है।
पिछले कुछ हफ्तों से, चीनी सेना भारत-चीन सीमा पर बाराहोती के लिए नियमित रूप से अपने हेलिकॉप्टर भेज रही है। चीनियों ने गढ़वाल सेक्टर में अंतिम भारतीय क्षेत्र से 30 किमी दूर एक प्रमुख सैन्य अड्डा भी बनाया है। सूत्रों ने कहा कि सिक्किम में, अतिरिक्त ब्रिगेडों को नकूला और अन्य सेक्टरों में चीन के दावे का मुकाबला करने के लिए सीमा पर भेजा गया है। इसी तरह की व्यवस्था अरुणाचल प्रदेश और पूर्वी सेक्टर के साथ की गई है जहां किसी भी स्थिति से निपटने के लिए माउंटेन स्ट्राइक कोर के तत्वों को सक्रिय किया गया है। दूसरी तरफ, चीनी सेना ने भी सभी क्षेत्रों में अपने सैनिकों को भारी संख्या में तैनाती का काम तेज कर दिया है। 
सूत्रों ने आगे कहा कि तैनाती 4 मई से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शुरू हो गई थी, जब चीन ने झिनझिन क्षेत्र में चल रहे अभ्यास से अपने सैनिकों को हटाने के बाद सिक्किम और पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एलएसी के पास भेजना शुरू किया था। चीन से निपटने के लिए सक्रिय कोर संरचनाओं में सुकना में 33 कोर और तेजपुर में 4 कोर के साथ-साथ रांची में 17 माउंटेन स्ट्रोक कोर के तत्व शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

3 + sixteen =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।