माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत होने पर भविष्य में कभी चुनाव नहीं कराने की भाजपा नेताओं की धमकी का जनता चुनाव में माकूल जवाब देगी।
येचुरी ने बुधवार को माकपा के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रसी’ के आगामी संस्करण में अपने लेख में कहा कि भाजपा की इस चेतावनी को जनता ढाल बनाकर मुंहतोड़ जवाब दे सके, माकपा सहित सभी वाम दल इस दिशा में हरसंभव प्रयास करने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
येचुरी ने कहा, ‘‘भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने हाल ही में अपने एक विवादित बयान में कहा कि 2019 का चुनाव भारत में आखिरी आम चुनाव होगा।’’
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उन्होंने कहा कि लोगों को इस चेतावनी को ही अपना हथियार बना कर इस तरह की ताकतों को चुनाव में मुंहतोड़ जवाब देना होगा। जिससे जनहित वाली नीतियों को बढावा देते हुये भारत की आर्थिक संप्रभुता और एकता को सुनश्चित कर देश को बचाया जा सके। येचुरी ने कहा कि माकपा सहित सभी वामदल लोकसभा चुनाव में इस लक्ष्य को हासिल करने के लिये प्रतिबद्ध होकर भाजपा और उसके सहयोगी दलों को हरायेंगे।
माकपा नेता ने 17वें लोकसभा चुनाव को असाधारण बताते हुये कहा कि इसमें मौजूदा सत्तारूढ़ दल का आकलन उसके कामों से ही नहीं होगा बल्कि उसकी वादाखिलाफी ही इस चुनाव का मुख्य मुद्दा होगा। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जनता मोदी सरकार से संवैधानिक व्यवस्था को उत्पन्न हुये चौतरफा खतरों के आधार पर आंकेगी।
येचुरी ने कहा कि इस सरकार की विभाजनकारी नीतियों के कारण देश के संघीय ढांचे, संवैधानिक संस्थाओं, देश और जनसामान्य की आर्थिक स्थित और सामाजिक सौहार्द को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। इससे लोगों का ध्यान हटाने के लिये भाजपा आरएसएस तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।
उन्होंने मतदाताओं को इस गंभीर परिस्थिति से आगाह करते हुये लोकसभा चुनाव में विभाजनकारी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने का आह्वान किया।