कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के अंतिम संस्कार के बाद पार्टी ने शुक्रवार को सीडब्ल्यूसी की एक बैठक बुलाई है। बैठक में दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी जाएगी। हजारों शुभचिंतकों के बीच, अहमद पटेल को गुजरात के भरूच जिले में अपने पैतृक गांव में गुरुवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
इस दौरान कोरोना महामारी से जुड़े सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया। राहुल गांधी सहित पार्टी के कई शीर्ष राष्ट्रीय नेता पटेल के अंतिम संस्कार में मौजूद थे। अंतिम संस्कार पटेल के पैतृक गांव पिरमान के सुन्नी वोहरा मुस्लिम जमात कब्रिस्तान में किया गया।
उनकी इच्छा के अनुसार, उनके शरीर को उनके माता-पिता की कब्रों के पास दफनाया गया और इस दौरान सभी कोविड-19 दिशानिदेशरें और प्रोटोकॉल का पालन किया गया। उनके बेटे फैसल के अनुसार, कोविड-19 के बाद कई जटिलताओं के चलते बुधवार सुबह अहमद पटेल का निधन हो गया।
उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उनका शव वडोदरा ले जाया गया और वहां से अंकलेश्वर अस्पताल ले जाया गया, जहां गुरुवार सुबह तक रखा गया। उनके आवास पर 10 मिनट तक रखने के बाद उनके शव को कब्रिस्तान में दफना दिया गया।