गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर की गई टिप्पणी को लेकर संसद में संग्राम जारी है। कांग्रेस ने मांग की कि पीएम मोदी संसद में आकर अपनी बात साफ करें।
गुजरात चुनाव नतीजों के अगले दिन संसद में कांग्रेस ने प्रश्नकाल के दौरान फिर से यह मुद्दा उठाया। हालांकि, स्पीकर ने इससे इन्कार कर दिया जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता पीएम माफी मांगो के नारे लगाने लगे। कांग्रेस के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ गई।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भी राज्यसभा में यह मुद्दा उठाया और कहा कि देश के प्रति डॉ. मनमोहन सिंह जी की ईमानदारी और सत्यनिष्ठा पर सवाल उठाया गया है। पीएम सदन में आएं और इस पर सफाई दें।
वही कांग्रेस पार्टी नेताओं की तरफ से भारी हंगामे के बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि वह सहयोगियों से इस मुद्दे पर बात करेंगे। उधर राज्यसभा में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने केन्द्र से पराली जलाने के लिए मदद देने की मां गी है। संसद का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरु हुआ है और यह 5 जनवरी तक चलेगा।
आपको बता दें कि गुजरात चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिशंकर अय्यर के घर हुई एक बैठक को मुद्दा बनाते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर आरोप लगाया था कि पाकिस्तान के साथ मिलकर भाजपा को गुजरात चुनाव हराने की साजिश रची जा रही है। इसे लेकर मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनाव जीतने के लिए झूठ फैलाने का आरोप लगाया। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस पीएम नरेंद्र मोदी से माफी मांगने की मांग कर रही है।
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