लोकसभा सांसद और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश में कथित भड़काऊ भाषण के मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार डॉक्टर कफील की रिहाई का अनुरोध किया है। इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से डॉक्टर कफील की रिहाई को लेकर आग्रह कर चुकी हैं।
अधीर रंजन ने कहा कि कफील के साथ ‘घोर अन्याय’ हो रहा है तथा ‘रामराज’ में अन्याय, भेदभाव और प्रतिशोध नहीं होता है। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के सिलसिले में कफील खान को रासुका के तहत गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह मथुरा जिला कारागार में बंद हैं।
पत्र में अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘‘मैंने अपनी पार्टी की तरफ से संसद के बाहर और भीतर सीएए का विरोध किया था। बहरहाल, मेरे अथवा देशभर में लाखों प्रदर्शनकारियों के खिलाफ रासुका नहीं लगाई गई।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि कफील के साथ न्याय किया जाए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों की तरफ से भी कहा जाता रहा है कि कफील खान को रिहा किया जाए। मेरा मानना है कि रामराज अन्याय, भेदभाव और प्रतिशोध के विपरीत होता है।’’