देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव बेहद दिलचस्प मोड़ पर आ खड़ा हुआ है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर और केएन त्रिपाठी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर चुके हैं। इस बीच वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि जो आंतरिक लोकतंत्र हम दिखा रहे हैं, वह किसी अन्य दल में मौजूद नहीं है।
थरूर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अंदर जो लोकतंत्र था उसको हम दिखा रहा हैं यह कोई और पार्टी के अंदर नहीं है… मैंने एक लेख लिखा था कि पार्टी में क्यों चुनाव जरूरी है जिसके बाद पार्टी के कई लोग और कार्यकर्ताओं ने संपर्क कर मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि मैंने सोचना और लोगों से बात करना शुरू किया…मैं बस इतना चाहता हूं कि पार्टी मजबूत हो और मैं पार्टी के भीतर बदलाव की आवाज बनूं और लोगों को अपना अलग चेहरा दिखाऊं। खड़गे साहब महत्वपूर्ण अंग है। वे बहुत वरिष्ठ नेता हैं और अगर टॉप 3 नेताओं में उनका नाम तो आएगा ही। वे राज्य सभा में विपक्ष के नेता भी हैं और हर अहम विषय में उनका नाम होता है। राजस्थान में भी जब समस्या हुई उस पर भी खड़गे साहब जयपुर गए थे।
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थरूर ने कहा कि “यह लड़ाई नहीं है… पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनने दें, यह हमारा संदेश है। मैं कह रहा हूं कि अगर आप पार्टी के काम से संतुष्ट हैं, तो खड़गे साहब को वोट दें। अगर आप बदलाव चाहते हैं, तो मैं वहां हूं। लेकिन वहां है कोई वैचारिक समस्या नहीं…।”
कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव हिंदी सिनेमा की सस्पेंस और थ्रिलर से भरी फिल्म से कम नहीं लग रहा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मिलने जा रहे इस पद को लेकर जब राजस्थान में बवाल हुआ तो कांग्रेस आलाकमान इससे खासे नाराज हुए, नतीजा गहलोत अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो गए। जिसके बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने नामांकन भरा। जिसके बाद ये चुनाव खड़गे बनाम थरूर हो गया। चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार खड़गे को हर तरफ से समर्थन मिल रहा है, वहीं थरूर अलग-थलग पड़ते हुए नजर आ रहे है ।