मोदी जी,
आप और आपके मंत्री बरगलाएँ मत।
तीनों काले क़ानूनों को डेढ़ साल के लिए निलंबित करने से क्या होगा ? सारी ख़ामियाँ जस की तस रह जाएँगी।
आप इन तीनों क़ानूनों को ख़त्म क्यों नहीं करते ?
ये कैसा अहंकार है?संघर्ष कर रहे सभी अन्नदाताओं के जज़्बे को सलाम। जीतेगा किसान ! pic.twitter.com/TAj1Q6BeCq
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 20, 2021
उल्लेखनीय है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लगभग दो महीने से चल रहे किसान आंदोलन को समाप्त करने के एक प्रयास के तहत केंद्र सरकार ने बुधवार को आंदोलनकारी किसान संगठनों के समक्ष इन कानूनों को एक से डेढ़ साल तक निलंबित रखने और समाधान का रास्ता निकालने के लिए एक समिति के गठन का प्रस्ताव रखा। किसान नेताओं ने सरकार के इस प्रस्ताव को तत्काल तो स्वीकार नहीं किया लेकिन कहा कि वे आपसी चर्चा के बाद सरकार के समक्ष अपनी राय रखेंगे। अब 11वें दौर की बैठक 22 जनवरी को होगी।