कोरोना महामारी के बीच 14 सितंबर से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है। सत्र के लिए लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इसी चरण में बुधवार को राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू और उनके कर्मचारियों ने रिहर्सल की। यह तैयारी कोविड-19 महामारी को रोकने के प्रतिबंधों के तहत की गई, जिसमें कई उपायों के बारे में बताया गया।
मॉनसून सत्र 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक आयोजित होगा। रिहर्सल के दौरान वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता परिमल नाथवानी को शपथ भी दिलाई गई। आंध्र प्रदेश के द्विवार्षिक चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्हें राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ दिलाई गई। वे तीसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं।
इससे पहले नाथवानी मई 2008 में अपने पहले कार्यकाल के लिए और अप्रैल 2014 में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए राज्यसभा के लिए चुने गए थे। राज्यसभा के महासचिव देश दीपक वर्मा और उच्च सदन सचिवालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर उपस्थित थे।
सोमवार से संसद के मानसून सत्र में सदस्य भौतिक तौर पर उपस्थित रहेंगे। इसे देखते हुए राज्यसभा में बड़ी डिस्प्ले स्क्रीन, दीर्घाओं में ऑडियो कंसोल, दो सदनों को जोड़ने के लिए विशेष केबल कनेक्शन जैसे कई इंतजाम किए गए हैं। 14 सितंबर से मानसून सत्र के लिए राज्यसभा को लोकसभा के साथ बुलाया जाएगा। इसमें लोकसभा पहले दिन सुबह 9 बजे से 1 बजे तक बैठेगी, इसके बाद रोजाना दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक बैठेगी।
वहीं राज्यसभा एक अलग समय में अपना सत्र आयोजित करेगी। कोविड -19 सुरक्षा दिशानिर्देशों की वजह से दोनों सदनों में बैठक व्यवस्था दूरी रखकर की जाएगी। संसद के दोनों सदन 18 दिन लगातार चलेंगे, इस दौरान सप्ताहांत या अन्य कोई छुट्टी नहीं रहेगी। दोनों सदन हर दिन चार घंटे चलेंगे।