पश्चिम बंगाल में CPI (M) ने 150 कार्यालयों पर कब्जा लिया वापस - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

पश्चिम बंगाल में CPI (M) ने 150 कार्यालयों पर कब्जा लिया वापस

माकपा ने पिछले चार दिनों में पश्चिम बंगाल में 150 से ज्यादा अपने कार्यालयों को फिर से खोल लिया है। पार्टी का दावा है कि राज्य में 2011 में सत्ता से उसके बेदखल होने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने इन कार्यालयों पर कब्जा जमा लिया था।

माकपा ने पिछले चार दिनों में पश्चिम बंगाल में 150 से ज्यादा अपने कार्यालयों को फिर से खोल लिया है। पार्टी का दावा है कि राज्य में 2011 में सत्ता से उसके बेदखल होने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने इन कार्यालयों पर कब्जा जमा लिया था। 
माकपा नेताओं ने दावा किया कि बांकुड़ा, पुरूलिया, कूचबिहार, बर्द्धमान, हुगली, उत्तरी 24 परगना और हावड़ा समेत अनेक जगहों पर माकपा के कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय पर फिर से कब्जा जमा लिया है। दीवारों पर पार्टी के चुनाव चिह्न भी पेंट किए जा रहे हैं और इमारत के ऊपर झंडे भी लगाए गए हैं। 
माकपा पोलित ब्यूरो के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि पार्टी अपने कार्यालयों को फिर से कब्जे में ले रही है क्योंकि 2011 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ‘‘कमजोर’’ हो गयी है । 
हालांकि, तृणमूल ने आरोप लगाया कि भाजपा, वामपंथियों की मदद कर रही है जबकि माकपा नेताओं ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। 
माकपा के वरिष्ठ नेता एवं पोलित ब्यूरो सदस्य निलोत्पल बसु ने कहा, ‘‘हमने अपने कार्यालयों पर फिर कब्जा किया है जिसे तृणमूल कांग्रेस ने हमसे छीन लिया था। हम ऐसा इसलिए कर पाए क्योंकि तृणमूल कांग्रेस कमजोर हुई है, उसका घटता जनाधार स्पष्ट है। हमारे लोग कार्यालयों पर कब्जा पाने की कोशिश कर रहे थे।’’ 
वर्ष 2011 में पार्टी के ये सभी कार्यालय माकपा के थे। वाम मोर्चा के 34 साल तक सत्ता में रहने के बाद ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस से हार के बाद उन्हें तृणमूल कांग्रेस ने हथिया लिया था और उसकी दीवारों को पार्टी के चुनाव चिह्न दो पत्ती से रंग दिया गया था। 
तृणमूल कांग्रेस के नेता शिशिर अधिकारी ने माना कि वाम दल ने अपने कुछ कार्यालयों पर फिर से कब्जा पा लिया है। 
अधिकारी ने कहा, ‘‘माकपा, भाजपा की मदद से राज्य में अपने कुछ कार्यालय को वापस पाने में कामयाब हुई है। भाजपा को कुछ सीटें मिली है और वह हिंसा का सहारा ले रही है । निश्चित तौर पर वे उनकी मदद कर रहे हैं। लेकिन कुछ ही कार्यालय हैं, बहुत ज्यादा नहीं। ’’ 
हालांकि, माकपा नेता बसु ने दावों को खारिज कर दिया कि उन्हें भाजपा की मदद मिल रही है । उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का आईटी सेल दुष्प्रचार कर रहा है कि भाजपा, माकपा को अपने कार्यालयों पर कब्जा पाने में मदद कर रही है। यह पूरी तरह झूठ है।’’ 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

four + four =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।