राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जैसी वीवीआईपी हस्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिलने के कुछ महीनों बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने एक नई सिक्योरिटी विंग बनाई है। यह विंग केवल वीवीआईपी सुरक्षा से संबंधित मामलों की देखभाल करेगा।
विंग दिल्ली से काम करेगा और एक इंस्पेक्टर जनरल इसकी कमान संभालेंगे। सीआरपीएफ ने प्रस्ताव में एक अलग वीआईपी सेक्टर मुख्यालय और प्रशिक्षण केंद्र की मांग की है। बता दें कि गृह मंत्रालय ने साल 2019 में नवंबर में गांधी परिवार से विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) सुरक्षा वापस ले ली थी और इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ को सौंप दी गई थी।
जिसके बाद शुरुआत में सीआरपीएफ और गांधी परिवार के कुछ सदस्यों के बीच टकराव हुए थे। वहीं प्रियंका गांधी की सुरक्षा में पिछले साल चूक का मामला सामने आने के बाद गृह मंत्री को संसद में जवाब देना पड़ा था। दरअसल, एक कार सीधा प्रियंका वाड्रा के आवास में जा गाड़ी घुसी थी। जिसके बाद काफी बवाल हुआ था।
साल 2019 में संसद में एसपीजी संशोधन विधेयक पारित हुआ था। इसमें दो बड़े बदलाव किए गए थे। नए विधेयक में कहा गया है कि केवल देश के प्रधानमंत्री और उनके साथ रहने वाले परिवार को ही एसपीजी सुरक्षा दी जाएगी। विधेयक में यह भी कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री को कार्यालय छोड़ने के पांच साल बाद तक एसपीजी सुरक्षा मिलेगी।
एक और विवाद उस समय हुआ जब प्रियंका गांधी लखनऊ दौरे पर थीं और वह स्कूटी के पीछे सवारी करती दिखीं। सीआरपीएफ ने इसे नियमों का उल्लंघन बताते हुए कहा था कि वह एक सिविलियन गाड़ी पर थीं जो बुलेट प्रूफ नहीं थी। इन घटनाओं के बाद सीआरपीएफ ने वीवीआईपी सुरक्षा के लिए अलग विंग बनाने का फैसला किया।
सीआरपीएफ के डीजी ने एक लेटर में कहा, ”गृह मंत्रालय के साथ समीक्षा बैठक के अनुसरण में अलग वीआईपी सिक्यॉरिटी एचक्यूआर, वीआईपी सिक्यॉरिटी रेंज और वीआईपी सिक्यॉरिटी ट्रेनिंग सेंटर (वीएसटीसी) के लिए प्रस्ताव गृह मंत्रालय को सौंपा गया है।”
लेटर के मुताबिक गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ को मौजूदा मैनपावर के साथ एक अलग वीआईपी सिक्यॉरिटी विंग बनाने की सलाह दी। सीआरपीएफ की ओर से कहा गया है, ”गृह मंत्रालय के निर्देश को ध्यान में रखकर अलग वीआईपी सिक्यॉरिटी विंग बनाने का फैसला किया गया है जिसकी अगुआई आईजी रैंक के अधिकारी करेंगे। एक डीआईजी और अन्य अधिकारी एडीजी (एचक्यूआरएस, ऑप्स) निदेशालय की निगरानी में उनकी मदद करेंगे।
वीआईपी सिक्यॉरिटी विंग सीआरपीएफ निदेशालय में एडहॉक बेसिस पर आरके पुरम, नई दिल्ली में बनाया गया है।” इससे पहले वीआईपी सिक्यॉरिटी की जिम्मेदारी आईजी इंटेलिजेंस संभाल रहे थे। सीआरपीएफ ने कहा, ”मौजूदा आईजी पदों में से एक को आईजी वीआईपी सिक्यॉरिटी विंग में बदला जाएगा। उनके पास सभी वैधानिक और वित्तीय अधिकार होंगे।”