केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देश में कोविड-19 के वर्तमान में जितने मामले हैं उनमें 6.39 प्रतिशत मरीज को अस्पताल में उपचार कराने की जरूरत है। कोविड-19 के बारे में संवाददाता सम्मेलन के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि करीब 2.94 प्रतिशत मामलों में ऑक्सीजन सहायता देने की जरूरत है, तीन प्रतिशत को आईसीयू (सघन चिकित्सा कक्ष) की और 0.45 प्रतिशत मामलों में जीवनरक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर सपोर्ट) की जरूरत है ।
उन्होंने कहा, ‘‘देश में वर्तमान में कोविड-19 के 61,149 मामले हैं और 42,298 लोग ठीक हो चुके हैं।फिलहाल ठीक होने की दर 39.62 प्रतिशत है जबकि लॉकडाउन के आरंभ में यह दर 7.1 प्रतिशत थी । देश में लॉकडाउन 25 मार्च से लागू है और अब इसका चौथा चरण चल रहा है जो कि 31 मई को खत्म होगा।”
क्या सरकार कोविड-19 के उपचार की योजना से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को हटाने पर विचार कर रही है, इस सवाल पर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा कि इसके असर के बारे में समीक्षा के बाद इस पर कोई फैसला होगा । मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 से प्रति लाख आबादी पर 7.9 लोग प्रभावित हुए हैं ।
वहीं, देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बरकरार है। देश में इस खतरनाक वायरस का फैलाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में रिकॉर्ड 5611 मामले सामने आये है। इसके बाद मरीजों की संख्या 106750 पर पहुंच गयी है तथा इस दौरान महामारी से मरने वालों की संख्या 140 बढ़कर 3303 हो गयी।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 5611 नये मामले आये जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 106750 पर पहुंच गयी। इससे एक दिन पहले 4970 नये मामले सामने आये थे। देश में इस संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 140 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 3303 हो गयी। संक्रमण के बढ़ते मामलों के बावजूद एक सकारात्मक पक्ष यह भी है कि इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है और पिछले 24 घंटों में 3124 लोग स्वस्थ हुए हैं जिसके साथ स्वस्थ हुए लोगों की कुल संख्या 42298 हो गयी है।