पंचकूला : साध्वी यौन शोषण मामले में सीबीआई कोर्ट आज फैसला सुनाएगी। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम 800 गाड़ियों के काफिले के साथ पंचकूला कोर्ट पहुंच गए है। कोर्ट पहुंचने पर उनको पिछले दरवाजे अन्दर ले जाया गया। इस बीच रास्ते में उनके काफिले की 3 गाड़ियां आपस में टकराई गईं। हालांकि इस हादसे में किसी के भी घायल होने की खबर नहीं है। इस बीच राम रहीम के समर्थक उन्हें रोकने के लिए गाड़ियों के आगे लेट गए। हालांकि पुलिस ने उन्हें वहां से तुरंत हटा लिया, जिसके बाद कई समर्थकों के बेहोश होने की खबर है।
इससे पहले प्रशासन द्वारा पंचकूला खाली करवाने की कई अपीलों के बावजूद डेरा प्रेमी बेखौफ होकर सड़कों पर डटे रहे। उनका कहना था कि वह पिताश्री के दर्शन किए बिना वापस नही जाएंगे। पुलिस प्रशासन के डेरा प्रेमियों को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी है किन्तु डेरा प्रेमी अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं। स्थिति को देखते हुए हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद हैं और हर जगह पुलिस तैनात है।
स्पेशल फोर्सेस के 15 हजार जवानों को लगाया गया है। इसके अलावा सेना को रिजर्व में रखा गया है। सेना ने डेरा समर्थकों को खदेड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अनुयायियों को पंचकूला शहर खाली करने को कहा गया है। वहीं डेरा प्रमुख ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए समर्थकों से अपील की है कि वो शांति बनाए रखें और अपने-अपने घरों को लौट जाएं।
हरियाणा के सिरसा में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। पंचकूला और सिरसा में सेना बुला ली गई है। यहां डेरा समर्थक भी भारी तादाद में पहुंचे हुए हैं। पंजाब और हरियाणा में शुक्रवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। साथ ही चंडीगढ़ में सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे।
पंजाब सरकार ने हरियाणा के अलावा राजस्थान की सीमा भी सील करने के आदेश दिए हैं। केंद्र ने हालात से निपटने के लिए पंजाब को अर्द्धसैनिक बलों की 10 और कंपनियां दी हैं। हरियाणा में अर्द्धसैनिक बलों की 50 से अधिक कंपनियों ने मोर्चा संभाल लिया है। उत्तर रेलवे ने हरियाणा जाने वाली ट्रेनों में सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही कई टे्रनें निरस्त करने का फैसला किया है। गुरुवार को भी कई ट्रेनें नहीं चलाई गईं। शुक्रवार व शनिवार को भी अधिकांश ट्रेनें नहीं चलेंगी।
बाबा की शांति की अपील
In a video message Gurmeet Ram Rahim asks Dera followers to return to their homes and maintain peace #RamRahimVerdict pic.twitter.com/kbHbEIp6rn
— ANI (@ANI) August 24, 2017
गुरमीत राम रहीम सिंह ने वीडियो अपील में कहा, ‘‘मैं पहले भी शांति बनाये रखने की अपील कर चुका हूं और (अनुयायियों से) पंचकुला नहीं जाने को कहा था. जो (अनुयायी) पंचकुला में हैं, उन्हें अपने घर लौट जाना चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे सुनवाई के लिए अदालत जाना है और मैं पंचकुला जाऊंगा. हमें कानून का पालन करना चाहिए और शांति बनाये रखनी चाहिए.’’ उल्लेखनीय है कि पंचकुला में करीब डेढ़ लाख अनुयायी एकत्र हो गए हैं.
हाई कोर्ट ने हरियाणा के डीजीपी का फटकारा
#Haryana Heavy security presence around Panchkula Court ahead of #RamRahimVerdict pic.twitter.com/qi0c6DDkyU
— ANI (@ANI) August 25, 2017
इससे पहले गुरुवार को हाई कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब के एडवोकेट जनरल तथा पुलिस अधिकारियों से पूछा है कि धारा 144 लागू होने के बाद भी लाखों की भीड़ क्यों एकत्र हुई। कहा कि राज्य में जमा हो रहे लोगों को तुरंत उनके घर वापस भेजा जाए। साथ ही अधिक फोर्स तैनात करने के निर्देश दिए। कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा कि हरियाणा के डीजीपी मामले से निपटने में पूरी तरह फेल साबित हो रहे हैं। हाई कोर्ट उन्हें डिसमिस करने का आदेश जारी कर सकता है।
पेशी की जानकारी ट्विटर पर दी
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि वे कोर्ट में पेश होंगे। उन्होंने डेरा अनुयायियों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की। कोर्ट में पेशी उनकी अपनी जिम्मेदारी है, लेकिन सरकार उन्हें हवाई मार्ग के जरिए यहां लाने में मदद कर सकती है। पंचकूला में सीबीआइ की विशेष अदालत दोपहर करीब 2.30 बजे फैसला सुना सकती है।
यह है मामला
गुमनाम पत्र के माध्यम से एक साध्वी ने डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम पर यौन शोषण सहित कई अन्य संगीन आरोप लगाए थे। यह पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखा गया था। साथ ही इसकी प्रति पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को भेजी गई थी। पत्र में आरोप लगाए गए थे कि पीड़िता पंजाब की रहने वाली है और सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में 5 साल से एक साध्वी के रूप में रह रही है।
आरोप लगाया गया कि साध्वियों का शोषण किया जा रहा है। अपनी आपबीती भी बताई गई थी, जिसमें डेरामुखी गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण के आरोप लगे थे। घटना 1999 की है और पत्र 2001 में लिखा गया। प्राथमिकी 2002 में दर्ज की गई। तब उच्च न्यायालय ने पत्र का संज्ञान लेते हुए सितंबर 2002 को मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। सीबीआई ने जांच में उक्त तथ्यों को सही पाया और डेरा प्रमुख के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष 31 जुलाई 2007 में आरोप पत्र दाखिल कर दिया।