कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने लद्दाख में चीन के साथ चल रहे गतिरोध की पृष्ठभूमि में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन की यात्राओं पर तंज करते हुए कहा कि इसके बावजूद हमे सीमा पर इस तरह के हालात देखने को मिल रहे हैं।
पटेल ने ट्वीट किया, ‘‘जब चीन ने हमारे क्षेत्र पर फिर कब्जा कर लिया है तो चीन की आधिकारिक यात्राओं की सूची का जिक्र करना जरूरी है। 1947 के बाद मोदी जी इकलौते ऐसे नेता हैं जो नौ बार चीन गए। पांच बार प्रधानमंत्री के तौर पर गए और चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर गए। मनमोहन सिंह ने दो बार, नेहरू जी, राजीव जी, नरसिंह राव जी और वाजपेयी जी ने एक-एक बार चीन का दौरा किया।’’
Inch to Miles, was it for the border or for diplomatic relations? pic.twitter.com/qoRtXtvCPT
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) June 13, 2020
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कई बार के दौरे के बावजूद आज हम इस इस हालात में हैं। पटेल ने कहा, ‘‘सिक्किम सीमा पर 1967 में कांग्रेस सरकार के तहत चीन के खिलाफ हमारी एक बहुत ही निर्णायक जीत हुई है। भारत ने दुश्मन को बहुत क्षति पहुंचाई और उन्हें पीछे खदेड़ दिया और सिक्किम के लोगों का विश्वास जीता। यह 1962 का करारा जवाब था।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘भारत-चीन संबंधों के लिए सरकार ने कहा था कि वह इसे बहुत आगे लेकर जाएगी। क्या इसका मतलब हमारी सीमा पर जो रहा है उससे था या फिर कूटनीतिक संबंधों से था?’’
गौरतलब है कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग सो, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी में पांच सप्ताह से अधिक समय से गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। चीनी सेना के जवान बड़ी संख्या में पैंगोंग सो समेत अनेक क्षेत्रों में भारतीय क्षेत्र की तरफ घुस आए थे।
भारतीय सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के उल्लंघन की इन घटनाओं पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करती रही है और उसने क्षेत्र में अमन-चैन की बहाली के लिए चीनी सैनिकों की तत्काल वापसी की मांग की है। दोनों पक्षों ने पिछले कुछ दिन में विवाद सुलझाने के लिए श्रृंखलाबद्ध बातचीत की है।