नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को कहा कि वह देश में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों का निलंबन 15 जुलाई तक बढ़ा रहा है लेकिन चुनिंदा मार्गों पर कुछ अंतरराष्ट्रीय सेवाओं की अनुमति मामला दर मामला आधार पर दी जा सकती है।
भारत में कोरोना वायरस महामारी के कारण 23 मार्च को अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं निलंबित कर दी गयी थीं। डीजीसीए के परिपत्र के अनुसार, ‘‘सक्षम प्राधिकार ने फैसला किया है कि भारत से अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक यात्री सेवाओं की आवाजाही 15 जुलाई, 2020 को रात 11.59 बजे तक निलंबित रहेगी।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘हालांकि, सक्षम प्राधिकार मामला दर मामला आधार पर चुनिंदा मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों की अनुमति दे सकता है।’’
एयर इंडिया और अन्य निजी घरेलू एयरलाइन्स वंदे भारत मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन कर रही हैं। केंद्र सरकार ने विदेशों में फंसे हुए भारतीयों को लाने और यहां अटके विदेशियों को उनके देश पहुंचाने के लिए छह मई को मिशन की शुरुआत की थी। भारत ने दो महीने के अंतराल के बाद 25 मई से घरेलू यात्री उड़ान सेवाओं को बहाल किया था।
वहीं, इससे पहले कल यानी बृहस्पतिवार को रेलवे बोर्ड ने कहा कि सभी नियमित मेल, एक्सप्रेस और यात्री ट्रेन सेवाओं के साथ उपनगरीय ट्रेनें 12 अगस्त तक रद्द रहेंगी । सूत्रों ने बताया कि देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया गया है।
उन्होंने बताया कि सभी स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी। इसके तहत 12 मई से राजधानी के मार्ग पर चल रही 12 जोड़ी ट्रेनें तथा एक जून से चल रही 100 जोड़ी ट्रेनें जारी रहेंगी । अधिकारियों ने बताया कि जरूरी सेवाओं में लगे कर्मियों की आवाजाही के लिए हाल में मुंबई में सीमित तौर पर शुरू की गयी विशेष उपनगरीय सेवा भी जारी रहेगी ।
रेलवे बोर्ड के आदेश में कहा गया है, ‘‘एक जुलाई से 12 अगस्त के बीच यात्रा के लिए सभी नियमित ट्रेनों की बुक की गयी टिकट रद्द की गयी। सारी राशि लौटा दी जाएगी ।’’ इससे पहले रेलवे ने 30 जून तक सभी ट्रेनों को रद्द किया था।