राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर डिजिटल वोटर आईडी कार्ड की शुरुआत होने वाली है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद डिजिटल वोटर आईडी कार्ड लॉन्च करेंगे। जिसके बाद किसी भी व्यक्ति को वोटर आईडी कार्ड की हार्ड कॉपी रखने की जरूरत नहीं होगी। सरकार द्वारा शुरू की गई इस सुविधा के तहत अब कोई भी वोटर अपना वोटर कार्ड की सॉफ्ट कॉपी मोबाइल फोन या कंप्यूटर से डाउनलोड कर सकता है।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि ई-इलेक्टर फोटो पहचान पत्र निर्वाचक फोटो पहचान पत्र का डिजिटल संस्करण है। जिसे डिजिटल लॉकर जैसे माध्यमों से सुरक्षित रखने का काम किया जा सकता है। इसे पीडीएफ के रूप में भी आप रख सकते है। इस सुविधा की शुरुआत इसलिए की गई है, क्योंकि भौतिक कार्ड को प्रिंट करने और मतदाताओं तक पहुंचने में समय लगता है। ऐसे में इस नई शुरुआत की मदद से दस्तावेज को तेजी से और आसानी से पहुंचाने का विचार है। आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस भी डिजिटल मोड में उपलब्ध है।
सूत्रों के अनुसार डिजिटल ईपीआईसी पांच राज्यों असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा से पहले देशभर के मतदाताओं के लिए उपलब्ध हो जाएगी। पोल पैनल ने ई-ईपीआईसी को दो चरणों में शुरू करेगा। पहला चरण 25 से 31 जनवरी तक रहेगा, जहां नए मतदाता जिन्होंने वोटर आईडी के लिए आवेदन किया है। साथ ही फॉर्म-6 में अपना मोबाइल नंबर डाला है। वे अपने मोबाइल नंबर को प्रमाणित कर ई-ईपीआईसी डाउनलोड कर सकेंगे। दूसरा चरण एक फरवरी से शुरू होगा, जहां सामान्य मतदाता आवेदन कर सकते है। एक पोल पैनल अधिकारी ने कहा कि जिन सभी ने अपने मोबाइल नंबर दिए है। वे लिंक के माध्यम से ई-ईपीआईसी डाउनलोड कर सकते है।