केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ 40 किसान संगठनों के शीर्ष नेतृत्व वाले संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज यानी गुरुवार को देशभर में रेल का चक्का जाम शुरू हो चुका है। किसान संगठनों ने इसके लिए जोरदार तैयारियां की हैं। किसानों द्वारा बुलाए गए इस रेल रोको अभियान का सबसे अधिक असर दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-जम्मू, दिल्ली-भोपाल व दिल्ली-हावड़ा रूट पर पड़ा है। वहीं, रेल मंत्रालय ने सुरक्षा के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया है और आरपीएफ-जीआरपी के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और अतिरिक्त बलों की तैनाती की है।
बता दें कि रेल रोको आंदोलन को देखते हुए राजधानी दिल्ली के कुछ मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया गया है। जिनमें दिल्ली मेट्रो के टिकरी बॉर्डर, पंडित श्री राम शर्मा, बहादुरगढ़, ब्रिगेडियर होशियार सिंह मेट्रो स्टेशन के एंट्री-एग्जिट गेट को बंद कर दिया गया है। इसी तरह दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है। नांगलोई रेलवे स्टेशन के पास भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। किसानों द्वारा बुलाए गए इस रेल रोको अभियान को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ट्रेन चल ही कहां रही है? एक दो ही ट्रेन चल रही है। हम सरकार से ये भी कहेंगे कि ट्रेन और भी चलवाओ। जनता दुखी हो रही है, केंद्र सरकार ने इन ट्रेनों को रोका हुआ है बीते 8 महीनों से।
इसके आगे उन्होंने कहा था कि जो भी ट्रेन आएगी उसको रोक कर हम यात्रियों को पानी पिलायेंगे, फूल चढ़ाएंगे और बताएंगे कि क्या-क्या समस्याएं हो रही हैं। साथ ही यह ट्रेन रोको अभियान शांतिपूर्ण होगा, इस अभियान के अंतर्गत हम यात्रियों को चने बांटेंगे, दूध और पानी पिलाएंगे। बता दें कि इस अभियान को लेकर रेलवे ने भी अपनी सुरक्षा बढ़ा दी थी, रेल मंत्रालय ने किसान के रेल रोको आंदोलन को देखते हुए पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान में आरपीएफ व जीआरपी की अतिरिक्त कंपनियां तैनात करने का फैसला किया था। इसके साथ ही रेलवे जिला प्रशासन से समन्वय बनाने व कंट्रोल रूम स्थापित करने का एक्शन प्लान बन चुका है।