साल का पहला चंद्र ग्रहण बेहद खास है यह ग्रहण आज रात 10 बजकर 37 मिनट पर लग चुका है। यह ग्रहण 11 जनवरी को देर रात 02.42 पर समाप्त हो गया। बता दे कि इस चंद्र ग्रहण की अवधि करीब 4 घंटे रही। जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य की पूरी रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ती है और तभी चंद्र ग्रहण लगता है।
चंद्र ग्रहण पूरे भारत में दिखने के साथ-साथ, अफ्रीका, एशिया, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में भी देखा जा गया। यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण देखा गया , जो पूर्ण चंद्र ग्रहण से काफी धुंधला होता है।
बता दे कि इस चंद्र ग्रहण के दौरान ‘फुल मून’ की दिलचस्प तस्वीरें सोशल मीडिया के जरिए लगातार लोगों के बीच पहुंच रही हैं। ‘फुल मून’ का यह आकर्षक रूप बहुत कम बार देखने को मिलता है। इस साल 13 बार ऐसा समय आया जब आसमान में चांद पूरा दिखाई देगा।
ऑनलाइन देखने से किसी भी तरह के नुकसान का कोई खतरा नहीं
जहां खुली आंखों से ग्रहण को देखने से नुकसान पहुंचने का खतरा बना रहता है। वहीं ऑनलाइन देखने से किसी भी तरह के नुकसान का कोई खतरा नहीं है। चंद्र ग्रहण को शुरू से अंत तक दूरबीन या टेलिस्कोप से भी देख सकते हैं। आसमान के रहस्यों को जानने में जिन लोगों की दिलचस्पी रहती है उनके लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। वहीं खगोलशास्त्रियों ने भी अपनी अपनी पॉजीशन ले ली है।
नासा ने जारी की चेतावनी , ग्रहण के बाद पृथ्वी की तरफ तेज गति से आएगा बड़ा धूमकेतु
शुक्रवार रात साल का पहला चंद्र ग्रहण लग रहा है और इसी बीच नासा ने भी एक बड़े धूमकेतुओं के पृथ्वी के करीब से गुजरने की चेतावनी जारी की है। अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने अपने एस्टेरॉयड ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले एक विशालकाय धूमकेतु (2020 AB2) का पता लगाया है। नासा के मुताबिक , 2020 AB2 नाम का यह धूमकेतु रविवार, 12 जनवरी को पृथ्वी के करीब से होकर गुजरेगा. चंद्र ग्रहण का असर अगले 15 दिनों तक रहता है, इसलिए यह घटना प्रासंगिक है।